टोक्यो। जापान सीमावर्ती क्षेत्रों में रूस की सैन्य गतिविधियों पर करीब से नजर रख रहा है और उसने रूस से जापान सागर में होने वाले मिसाइल प्रक्षेपण के दौरान जापानी जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। देश के मुख्य कैबिनेट सचिव कात्सुनोबु कातो ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि रूस सात से नौ जुलाई तक जापान सागर में मिसाइल दागने की योजना बना रहा है।
उन्होंने बताया कि इस तथ्य के कारण कि रूस का अभ्यास जापान के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है, दो जुलाई को राजनयिक चैनलों के माध्यम से रूसी पक्ष को एक नोट भेजा गया था, जिसमें उससे जापान के विशेष रूप से विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र में जापानी जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया। जापान देश की सीमा से लगे क्षेत्रों में रूस की सैन्य गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए है।
कातो ने विवादित कुरील द्वीप समूह के मुद्दे पर कहा कि जापान ने रूस के साथ बातचीत के माध्यम से क्षेत्रीय विवाद हल करने की मांग की है। रूस ने जून में कुरील द्वीप समूह के पास बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास किया, जिसे जापान अपना ‘उत्तरी क्षेत्र’ मानता है। अभ्यास में 10,000 से अधिक सैनिक, 500 यूनिट सैन्य उपकरण, 32 विमान और प्रशांत बेड़े के लगभग 12 जहाज शामिल थे। जापान ने जापान सागर में रूस की सैन्य उपस्थिति को कथित तौर पर सुदृढ़ करने के खिलाफ राजनयिक चैनलों के माध्यम से उसके समक्ष विरोध दर्ज कराया है।