वाशिंगटन। अमेरिका में फूड एंड ड्रग एडमिनस्ट्रेशन (एफडीए) ने वैक्सीन निर्माता कंपनी जानसन एंड जानसन से कहा है कि उसके बाल्टीमोर प्लांट में तैयार की गईं कोरोना रोधी वैक्सीन की छह करोड़ डोज का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, क्योंकि इनकी गुणवत्ता पर संदेह है। मामले से जुड़े शीर्ष अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जानसन एंड जानसन की ओर से अब तक इस पर कुछ नहीं कहा गया है।
एफडीए ने एक करोड़ डोज के अमेरिका में वितरण तथा उन्हें दूसरे देशों को भेजने को मंजूरी देने का निर्णय लिया है, लेकिन इनके साथ यह चेतावनी भी दी जाएगी कि एफडीए यह गारंटी नहीं देता कि बाल्टीमोर प्लांट का संचालन करने वाली कंपनी इमरजेंट बायो साल्यूशंस ने वैक्सीन के निर्माण में आदर्श प्रक्रिया का पालन किया है।
इसके साथ ही एजेंसी ने अभी यह फैसला भी नहीं किया है कि क्या इमरजेंट को प्लांट को फिर से खोलने की इजाजत दी जाए। प्लांट को नियमन संबंधी चिंताओं के कारण पिछले दो माह से बंद रखा गया है। अमेरिका में जानसन एंड जानसन की जो डोज दी गई हैं उनका निर्माण नीदरलैंड स्थित प्लांट में किया गया है, न कि इमरजेंट प्लांट में।
दरअसल मामला यह है कि जानसन एंड जानसन की 10 करोड़ और एस्ट्राजेनेका की सात करोड़ से अधिक डोज को मार्च में उस समय होल्ड पर रख दिया गया था जब इमरजेंट को यह पता चला था कि उसके श्रमिकों ने जानसन एंड जानसन की वैक्सीन के एक बैच में एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के एक अहम अवयव को मिला दिया था। जानसन एंड जानसन की वैक्सीन को एक समय अमेरिका में गेम चेंजर के रूप में देखा जा रहा था, क्योंकि इसकी केवल एक डोज लगाई जानी ही जरूरी थी।