लंदन। प्रांतीय असेंबली के चुनाव में स्कॉटिश नेशनलिस्ट पार्टी (एसएनपी) की जीत के बाद अब स्कॉटलैंड में आजादी के मुद्दे पर दूसरे जनमत संग्रह को रोकना ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार के लिए कठिन हो गया है। एसएनपी स्पष्ट बहुमत पाने से एक सीट दूर रह गई। लेकिन वहां ग्रीन पार्टी को आठ सीटें मिली है, इसलिए एसएनपी की नेता निकोला स्टरजन के लिए जनमत संग्रह के लिए प्रस्ताव पास कराने का रास्ता खुल गया है।
प्रत्यक्ष और आनुपातिक प्रतिनिधित्व के मिली-जुली व्यवस्था से हुए चुनाव में प्रांतीय असेंबली की 129 में से 64 सीटें एसएनपी को मिलीं। पिछली बार से उसे एक सीट ज्यदा मिली है। ग्रीन पार्टी ने दो सीटों की बढ़ोतरी करते हुए इस बार आठ सीटें जीती हैं। कंजरवेटिव पार्टी को पिछली बार की तरह ही 31 सीटें मिली हैं। लेबर पार्टी को दो सीटों का नुकसान हुआ और उसे 22 सीटें मिली हैं। बाकी चार सीटें लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को मिली हैं।
चुनाव जीतने के तुरंत बाद स्टरजन ने कहा कि अब प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पास दूसरे जनमत संग्रह से इनकार करने की कोई वजह नहीं है। उन्होंने कहा, 'जनमत संग्रह को सिर्फ मेरी या एसएनपी की मांग नहीं कहा जा सकता। बल्कि नए सदन में उन सदस्यों का बहुमत है, जिन्होंने जनमत संग्रह का वादा किया था। परिणाम को देखते हुए अब किसी के भी पास स्कॉटलैंड के लोगों को अपना भविष्य तय करने से रोकने का कोई लोकतांत्रिक तर्क नहीं है।'