न्यूयॉर्क।अपने कर्तव्य को निभाते हुए जान गंवाने वाले एक भारतीय शांतिरक्षक को गुरुवार को यहां सम्मानित किया गया। इस समारोह में पिछले साल जान गंवाने वाले संयुक्त राष्ट्र के 300 से अधिक कर्मियों को सम्मानित किया गया। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय शांतिरक्षक युवराज सिंह को मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। युवराज सिंह पिछले साल शांति सेना में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र ने साल 2020 में शहीद हुए 336 लोगों सम्मानित किया। ये सभी दुनिया के देशों में संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में काम करते हुए संघर्षो, प्राकृतिक आपदाओं व अन्य घटनाओं में शहीद हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने शहीद युवराज सिंह को सैल्यूट करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने भी युवराज सिंह को याद किया और उनके परिवार से दुख जताया। उन्होंने कहा कि हम 2020 में शहीद होने वाले अपने परिवार के इन सदस्यों को कभी नहीं भूल पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हम अपने सदस्यों की सुरक्षा के लिए लगातार ध्यान दे रहे हैं और सुरक्षा के उपाय बढ़ाते रहेंगे।
एक साल में जान गंवाने वाले संयुक्त राष्ट्र के ये सर्वाधिक कर्मी हैं.कोरपोरल युवराज सिंह एक जनवरी से 31 दिसंबर 2020 के बीच ड्यूटी में रहते हुए और कोविड-19 तथा संबंधित परिस्थितियों के कारण जान गंवाने वाले 336 संयुक्त राष्ट्र कर्मियों में से एक थे।संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इन कर्मियों को सम्मानित करने वाली वार्षिक स्मारक सेवा की अध्यक्षता की।संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया, 'संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र वार्षिक स्मारक सेवा 2021 में भारतीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक कोरपोरल युवराज सिंह को सम्मानित किया जिनकी 2020 में ड्यूटी में रहते हुए मौत हो गई थी।'उन्होंने कहा, 'हम उनके साहस और योगदान की सराहना करते हैं, दिल से उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।'गुतारेस ने कहा कि 2020 ऐसा साल रहा जो संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में अब तक नहीं देखा गया जब दुनिया ने एक बेरहम महामारी का सामना किया जो अब भी कहर बरपा रही है।