तेहरान। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खातिबजादेह ने सोमवार को अमेरिका और ईरान के बीच कैदियों की अदला-बदली समझौते संबंधी मीडिया रिपोर्ट से इन्कार किया है।
गौरतलब है कि लेबनान के प्रसारक ए. मायादीन ने ईरान के सूत्रों के हवाले से रविवार को खबर दी थी कि दोनों देश अपने यहां कैद एक-दूसरे के नागरिकों की अदला-बदली की योजना बना रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने ईरान में जब्त पड़ी उसकी सम्पत्ति के बदले में सात अरब डालर देने का भी वादा किया है। अमेरिकी विदेश विभाग इस रिपोर्ट को पहले ही खारिज कर चुका है।
खातिबजादेह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अमेरिका के साथ कैदियों की अदला-बदली संबंधी रिपोर्ट सही नहीं हैं। कैदियों का मसला था और है, यह एक मानवीय मुद्दा है और यह ईरान के एजेंडे में हमेशा रहा है। परमाणु समझौते पर हुई वार्ता से पृथक इसकी निगरानी की गयी है।’’ इसी वर्ष ईरान ने अमेरिका के साथ कैदियों की अदला-बदली की अपनी इच्छा व्यक्त की थी।
ईरान की यह टिप्पणी ईरान के राजनीतक मामलों के जानकार एवं स्कॉलर कवेह लॉटफोलाह अफरासियाबी को एफबीआई द्वारा नके मैसाच्यूट्स स्थित घर से इस्लामिक रिपब्लिक का ‘अपंजीकृत एजेंट’ होने के आरोप में गिरफ्तारी के बाद आयी थी। ईरान के कैदियों की अदला-बदली के मार्च में आये प्रस्ताव पर टिप्पणी करते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता जलिना पोर्टर ने कहा था कि अमेरिका इस मसले पर वार्ता के लिए तैयार है।