इस्लामाबाद। पाकिस्तान से छपने वाले उर्दू अख़बारों में इस हफ़्ते सीनेट के चुनाव और इमरान ख़ान सरकार के विश्वास मत से जुड़ी ख़बरें सुर्ख़ियों में रहीं। सबसे पहले बात विश्वास मत की। इमरान ख़ान की सरकार ने संसद में विश्वास मत हासिल कर लिया है। 342 सीटों के निचले सदन नेशनल असेम्बली में विश्वास मत हासिल करने के लिए उन्हें 172 वोटों की ज़रूरत थी और उन्हें 178 वोट मिले। बुधवार को पाकिस्तानी संसद के ऊपरी सदन सीनेट के लिए हुए चुनाव में इमरान ख़ान की पार्टी के उम्मीदवार मौजूदा वित्त मंत्री हफ़ीज़ शेख़ इस्लामाबाद की प्रतिष्ठित सीट हार गए थे।
उसके बाद इमरान ख़ान ने फ़ैसला किया था कि वो संसद में विश्वास मत हासिल करेंगे। शनिवार को विश्वास मत हासिल करने के बाद इमरान ख़ान ने संसद में दिए अपने भाषण में चुनाव आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "यह जो सीनेट के चुनाव हुए हैं, मुझे शर्म आती है स्पीकर साहब, बकरा मंडी बनी हुई है। हमें एक महीने से पता था। चुनाव आयोग ने कहा कि हमने बड़ा अच्छा इलेक्शन कराया है। इससे मुझे और सदमा हुआ। अगर यह इलेक्शन आपने अच्छा कराया है तो फिर पता नहीं कि बुरा इलेक्शन कैसा होता है।"