काबुल। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री रोहुल्लाह अहमदजई ने कहा है कि अमेरिका-तालिबान समझौते के मद्देनजर देश में हिंसा और हताहतों के मामले बढ़े हैं जिससे साबित होता है कि तालिबानी आतंकवादी हिंसा से बाज नही आ रहे हैं।
अहमदजई ने एक साक्षात्कार में कहा कि जब तक अमेरिका और तालिबान के बीच में कोई समझौता नहीं हुआ था तब हिंसा और उससे हताहत होने वालों की संख्या में कमी देखी गयी थी। लेकिन अब समझौता होने पर हिंसा और हताहतों की संख्या में वृद्धि देखी गयी है।
उन्होंने कहा कि तालिबान को हमारी तुलना में कई गुना अधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने इसके लिए कट्टरपंथी आंदोलनों को दोषी ठहराया। अफगानिस्तान सेना के प्रवक्ता ने जोर देते हुए कहा कि दोहा में अमेरिका-तालिबान समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के दिन से अफगानी सेना ने शुरू से ही सुरक्षात्मक रूख अपनाया हैं, जो शांति की राह के लिए अच्छा है, भले ही अफगानी सरकार इस इस समझौते का हिस्सा नहीं थी।