इस्लामाबाद। विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने इमरान खान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी सरकार के खिलाफ अपनी मुहिम को ‘जिहाद’ करार देते हुए कहा है कि इससे पीछे हटना एक ‘बड़ा पाप’ होगा। दस विपक्षी पार्टियों के गठबंधन की रविवार शाम बहावलपुर में हुई रैली में नेताओं ने इस आशय की बात कही। इस रैली में पीडीएम अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) नेता यूसुफ रजा गिलानी तथा अन्य नेताओं ने इमरान सरकार विशेषकर इसके आर्थिक प्रदर्शन पर जमकर निशाना साधा। नवाज ने पीडीएम को लोगों के मिल रहे समर्थन पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि मैं इन लोगों से इस्लामाबाद की ओर मार्च करने के लिए कहूं तो क्या होगा? वैसी स्थिति में कठपुतली प्रधानमंत्री को छिपने के लिए कोई जगह भी नहीं मिलेगी।’’ गिलानी ने पीटीआई को पीडीएम के शो को फ्लॉप कहने से पहले बहावलपुर में ‘लोगों के समुद्र’ को देखने की चुनौती दी। इससे पूर्व मौलाना रहमान ने पीडीएम के भीतर दरार के बारे में किसी तरह की अटकलों को साफ खारिज कर दिया। समाचारपत्र डॉन ने मौलाना रहमान के हवाले से कहा,‘‘ रणनीति बदलने का मतलब यह नहीं है कि यह अपने रुख से भटक गया है। मीडिया पीडीएम के घटकों के बीच एकता के संबंध में अटकलें लगाकर जनता को गुमराह कर रहा है।
पीडीएम बरकरार है और हमारे रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जब भी रणनीति में कोई भी बदलाव होता है तो मीडिया इसे ऐसे चित्रित करता है जैसे कि पीडीएम स्टैंड में कोई बदलाव है।’’ उन्होंने कहा कि पीडीएम सांसदों के इस्तीफे सौंपने सहित पीडीएम की भविष्य की रणनीति 31 मार्च को प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्तीफा देने के लिए दी गई समयसीमा के बाद पीडीएम सदस्य दलों के नेतृत्व के परामर्श के बाद लंबे मार्च को तैयार किया जाएगा। उन्होंने इस्लामाबाद के अवैध कब्जे में होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीडीएम 19 जनवरी को इस्लामाबाद में ईसीपी कार्यालयों के बाहर धरने पर बैठेगा, ताकि वह पिछले छह वर्षों से लंबित पीटीआई विदेशी फडिंग मामले का फैसला कर सके। नवाज ने आर्थिक प्रदर्शन के लिए सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि पीटीआई सरकार ने ढाई वर्षों के दौरान कर्ज को दोगुना कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ देश के लोग बेरोजगारी और मुद्रास्फीति से तंग आ चुके हैं और चिकन और सब्जियां तक नहीं खरीद सकते हैं। गैस और बिजली की कीमतें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। पूरा पैसा उनकी जेब में जा रहा है।’’ अवामी नेशनल पार्टी के नेता मियां इफ्तिखार ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान सरकार मीडिया को विशेष रूप से विपक्षी नेताओं को दिए गए कवरेज को सेंसर कर रही है और दावा किया है कि इमरान खान सरकार के दिन अब गिनती के बचे हुए हैं।