रोम। कोरोना वायरस महासंकट के बीच साल 2021 दुनियाभर के लोगों लिए नई उम्मीदें लेकर आया। नए साल के जश्न में जब पूरी दुनिया डूबी हुई थी, उस समय इटली के रोम शहर में हजारों की संख्या में बेजुबान पक्षी मौत के मुंह में चले गए। रोम में नए साल के स्वागत में आकाश में जमकर आतिशबाजी की गई, जिसके शिकार हवा में उड़ रहे पक्षी हो गए। हालत यह हो गई कि रोम की सड़कें मरे हुए पक्षियों के शव से पट गर्इं। हवा में गोते लगाने वाले इन पक्षियों की सड़क पर पड़ी लाशें देखकर पशु प्रेमियों की आंखें भर आर्इं। वहीं कई लोग नए साल की शुरूआत पर अपशगुन की आशंका से सहम गए।
नए साल के स्वागत में रोम की सड़कों पर जोरदार आतिशबाजी की गई और जमकर पटाखे फोड़े गए। इस जोरदार आतिशबाजी का केंद्र बना रोम शहर का मध्यवर्ती हिस्सा। इसी आतिशबाजी का शिकार उस समय वहां मौजूद पक्षी हो गए। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक आतिशबाजी की वजह से इन पक्षियों को हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई। हजारों की तादाद में छोटे-छोटे पक्षियों की लाशें रोम शहर के कई हिस्सों में देखी गर्इं। रोमा टेरमिनी ट्रेन स्टेशन पर इन लाशों को देखकर वहां से गुजर रहे लोग सदमे में डूब गए। उधर, पशुओं के अधिकार के लिए काम करने वाले लोगों का कहना है कि नए साल पर की गई आतिशबाजी से ये पक्षी डर गए और उनकी मौत हो गई।
पक्षियों की लाशों के ढेर देख आंखें नम
रोम की घटना का एक वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है जिसमें एक व्यक्ति कह रहा है कि यह इंसान की प्रकृति का सबसे घृणित पक्ष है। इस आतिशबाजी की वजह से हजारों की तादाद में पक्षी मर गए। अविश्वसनीय, देखो ये कितने ज्यादा हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी डिआगो ने कहा, जब मैंने सड़कों पर पक्षियों को देखा तो पहले यह समझ नहीं पाया कि यह क्या है। बाद में पता चला कि ये मरे हुए पक्षी हैं और इनकी संख्या हजारों में है। यह बहुत दुखद दृश्य था। यह घटना रात के करीब 12 बजकर 40 की है।
आया होगा हार्ट अटैक
पशुओं के संरक्षण के लिए काम करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन का कहना है कि आतिशबाजी की वजह से वहां अपने घोसले में मौजूद पक्षी उड़ने को मजबूर हो जाते हैं। संगठन की प्रवक्ता लोरेडेना ने कहा कि ऐसा हो सकता है कि ये पक्षी डर की वजह से मर गए हों। उन्होंने कहा कि पक्षी एक साथ उड़ सकते हैं और खिड़की तथा इलेक्ट्रिक पॉवर लाइन से टकरा सकते हैं। यह नहीं भूलना चाहिए कि वे हार्ट अटैक से मर सकते हैं। हर साल बड़ी संख्या में जंगली और घरेलू जानवर सदमें में चले जाते हैं या घायल हो जाते हैं।