मास्को। रूस में जापान के राजदूत तोयोहिसा कोजुकी ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और जापान के नए प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने बातचीत की अच्छी शुरुआत की है और जापान हर क्षेत्र में रूस के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के लिए तैयार है।
पुतिन ने 29 सितंबर को जापान के नए प्रधानमंत्री से पहली बार फोन पर बातचीत की थी। दोनों नेताओं ने बातचीत के दौरान सामान्य रूप से दोनों देशों के बीच और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के हित में द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं के निरंतर विकास के लिए प्रतिबद्धता को सुनिश्चित भी किया था।
तोयोहिसा ने कहा, "मुझे लगता है कि दोनों नेताओं ने रिश्तो की अच्छी शुरुआत की है और मैं रूस के साथ हर क्षेत्र में काम करने के लिए तैयार हूं।" उन्होंने कहा कि 16 अक्टूबर को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने फोन पर बातचीत भी की थी और और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों के विकास पर चर्चा जारी रखने के लिए सहमत हुए।
गौरतलब है कि रूस और जापान के रिश्ते हमेशा से उलझे हुए रहे हैं और दोनों देशों ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से लेकर अबतक कोई भी शांति समझौता नहीं किया है। यह शांति समझौता दरअसल इटुरूप, कुनाशीर, शिकोतन और हाबोमई द्वीप के कारण नहीं हो सका है जिस पर दोनों देश अपने अधिकार का दावा करते हैं। रूस का कहना है कि द्वितीय विश्व युद्ध के अंत के बाद द्वीपों को सोवियत संघ में स्थानांतरित कर दिया गया था और तब से ये द्वीप रूस का अभिन्न अंग रहा है जबकि जापान का कहना है कि चार द्वीप अभी भी शिमोडा की 1855 संधि के तहत जापान के हैं, जिसने उन्हें जापानी शासन के अधीन रखा।