संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) ने एक प्रस्ताव के माध्यम से स्वीकार किया है कि कोरोना (कोविड-19) महामारी संयुक्त राष्ट्र के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक उसके समक्ष आयी सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। यूएनजीए में शुक्रवार को पारित किये गये एक प्रस्ताव में कहा गया कि महासभा मानती है कि कोविड-19 संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में सबसे बड़ी वैश्विक चुनौतियों में से एक है। प्रस्ताव में स्वास्थ्य, जीवन, कल्याण, मानव अधिकारों, आजीविका, खाद्य सुरक्षा, मानवीय आवश्यकताओं, शिक्षा, गरीबी और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर महामारी के विनाशकारी प्रभाव का उल्लेख किया गया है।
इसमें कहा गया है कि महामारी सतत विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र के 2030 एजेंडा के ढांचे के तहत वैश्विक स्तर पर हासिल किये गये लाभ को नकारात्मक दिशा में ले जा रही है। प्रस्ताव में महामारी से उत्पन्न चुनौती से निपटने में स्वास्थ्य और अन्य अग्रिम पंक्ति के कर्मियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का भी उल्लेख किया गया है। इस प्रस्ताव को 169 सदस्य देशों का समर्थन मिला है। अमेरिका और इजरायल ने इसके खिलाफ मतदान किया, जबकि यूक्रेन और हंगरी ने मतदान नहीं किया।