तेहरान। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ और फ्रांस के विदेश मंत्री जीन वेस ली ड्रायन ने सोमवार को ईरान परमाणु समझौते और इससे जुड़ी संयुक्त व्यापक कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। ईरान के विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी। वक्तव्य के मुताबिक दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने फोन पर द्विपक्षीय संबंधों के अलावा परमाणु समझौते और इससे जुड़ी संयुक्त व्यापक कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) के विभिन्न पहलुओं और लेबनान की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की।
परमाणु समझौते को लेकर ईरान और फ्रांस के बीच हुई यह चर्चा काफी अहम मानी जा रही है। दरअसल, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने गत सप्ताह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को एक पत्र लिखकर प्रस्ताव 2231 के तहत ईरान पर दोबारा प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया था। पोम्पियो ने कहा था कि ईरान परमाणु समझौते के तहत किए गए वादों का पालन नहीं कर रहा है।
इसके जवाब में जरीफ ने भी सुरक्षा परिषद को एक पत्र लिखकर सदस्य देशों से अमेरिका को ऐसा करने से रोकने का आग्रह किया था। वर्ष 2015 में चीन, रूस, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और अमेरिका ने यूरोपीय संघ को साथ लेकर ईरान के साथ वियना में एक ऐतिहासिक परमाणु समझौता किया था। इसे सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 की ओर से मान्यता भी दी गयी थी। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मई 2018 में अमेरिका के ईरान परमाणु समझौते से अलग होने की घोषणा की थी।