जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड-19 के गंभीर मरीजों के लिए लाभकारी मानी जा रही दवा डेक्सामेथासोन के शुरुआती क्लीनिकल ट्रायल में मिले परिणामों का स्वागत किया है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एदोनहोम घेब्रेयासेस ने कहा कि डेक्सामेथासोन एक सामान्य स्टेरॉयड है, जिसने कोविड-19 के गंभीर रूप से बीमार मरीजों पर लाभकारी प्रभाव दिखाया है।
डब्ल्यूएचओ के साथ साझा किए गए शुरुआती निष्कर्षों के मुताबिक केवल ऑक्सीजन पर निर्भर मरीजों के लिए डेक्सामेथासोन के जरिए इलाज से मृत्यु दर को पांचवें हिस्से तक कम किया जा सकता है। इससे वेंटिलेटर की आवश्यकता वाले मरीजों के लिए मृत्यु दर लगभग एक तिहाई कम हो गई थी। डेक्सामेथासोन के लाभ केवल कोविड-19 के गंभीर रूप से बीमार मरीजों पर ही देखे गए हैं। हल्के लक्षणों वाले मरीजों पर इसका कोई प्रभाव नहीं देखा गया है। डॉ घेब्रेयासेस ने कहा, ‘‘ यह बहुत ही अच्छी खबर है।
मैं ब्रिटेन की सरकार, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और ब्रिटेन के उन अस्पतालों और मरीजों को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने जिंदगी बचाने वाली इस वैज्ञानिक सफलता में अपना योगदान दिया है। गौरतलब है कि डेक्सामेथासोन एक स्टेरॉयड है जिसका इस्तेमाल 1960 से ही किया जा रहा है। इसका इस्तेमाल कुछ निश्चित प्रकार की सूजनों को कम करने और कैंसर में किया जाता है। डेक्सामेथासोन 1977 से ही डब्ल्यूएचओ की आवश्यक दवाईयों की सूची में शामिल है। फिलहाल इसका कोई पेटेंट नहीं है और यह अधिकतर देशों में आसानी से उपलब्ध है।