मुंबई। चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस से कितनी मौतें हुईं, इसको लेकर रहस्य गहराता जा रहा है। वुहान के स्थानीय लोगों का मानना है कि चीनी अधिकारियों के दावे के विपरीत यहां पर कम से कम 42 हजार लोगों की कोरोना वायरस से मौत हुई। इससे पहले चीन के अधिकारियों ने दावा किया था कि वुहान में मात्र 3200 लोगों की मौत हुई थी। लेकिन अब कोरोना वायरस पर चीन ने काबू पा लिया है। जहां संपूर्ण विश्व में कोरोना वायरस 729 प्रतिशत की गति से बढ़ रहा है वहीं चीन में इसकी गति मात्र 1.72% रह गई है।
भारत में भी प्रथम 15 दिनों में मात्र 150 कोरोनावायरस के केस थे जबकि अगले 6 दिनों में लगभग 900 केस बढ़े और वर्तमान में 1090 केस हो चुके हैं। अगर समय रहते इन पर नियंत्रण नहीं किया गया तो यह बहुत ही तेज गति के साथ फैल सकता है। भारतीय रिसर्च सेंटर के कुछ अधिकारियों ने इस पर बात करते हुए बताया कि आने वाले कुछ दिन भारत के लिए बहुत ही घातक हो सकते हैं।
साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोक डाउन के कदम को पूर्णतया सही ठहराते हुए बताया है कि 15 अप्रैल के पश्चात भी लोग डाउन को बढ़ाया जा सकता है और अगर इसे वैज्ञानिकों के अनुसार 49 दिन तक बढ़ाया जा सकता है, तो भारत में कोरोनावायरस पर रोक लग सकती है।
चीन ने उठाए तीन महत्वपूर्ण कदम
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चीन में लोक डाउन को पूरे देश में सख्ती के साथ लागू किया था जिसके चलते वहां पर यह वायरस स्थिर हो गया और जिन लोगों में संक्रमण फैला था उनके अलावा नए मरीज सामने नहीं आए । जिसके चलते चाइना में इसकी रोकथाम में बहुत फायदा मिला , साथ ही वहां के प्रशासन ने भी पुख्ता इंतजाम किए।
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चीन में बड़े स्तर पर लोगों की टेस्टिंग की गई और पता लगाया कि किन लोगों में संक्रमण है और किन लोगों में नहीं है। जिसकी वजह से ज्यादातर केस बहुत कम समय में सामने आ गए और समय रहते पहचान करके उन्हें रोक लिया गया।
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त्वरित हॉस्पिटल व्यवस्था की वजह से भी चीन में कोरोनावायरस के संक्रमण को नियंत्रण करने में मदद मिली है। चीन में मरीजों से ज्यादा वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई थी जिसकी वजह से जिन भी लोगों को इसकी आवश्यकता पड़ी उन्हें तुरंत उपलब्ध कराया गया। भारत में भी पहला बहुत बड़ा कदम नरेंद्र मोदी ने उठाया है अगर इसका सख्ती के साथ पालन किया जाएगा तो आने वाले समय में इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।श्