इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने सिंध प्रांत में कोरोना वायरस का 15वां मामला सामने आने और ईरान के पास ताफ्तान सीमा पर इसके सात मामले मिलने के बाद शनिवार को घोषणा की कि वह ईरान और अफगानिस्तान के साथ अपनी पश्चिमी सीमा को अस्थायी रूप से बंद करेगी। पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 28 हो गयी है लेकिन अब तक किसी की मौत नहीं हुई है। स्वास्थ्य पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार डॉ. जफर मिर्जा ने बताया कि सभी मानव और वाणिज्यिक परिवहन के लिए सीमा को दो सप्ताह के लिए बंद किया जायेगा।
इसके बाद स्थिति की समीक्षा की जायेगी। चीन के साथ लगती सीमा पार भी सभी तरह का यातायात दो सप्ताह के लिए बंद रहेगा। मिर्जा ने कहा, ‘‘इससे हमें संक्रमित लोगों को पाकिस्तान में प्रवेश करने से रोकने के लिए प्रवेश द्वारों पर मौजूदा स्क्रीनिंग सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।’’ पाकिस्तान की ईरान के साथ 900 किलोमीटर की साझा सीमा है। ईरान में कोविड-19 के कारण 500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 10,000 अन्य संक्रमित हैं
अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान की सीमा लगभग 2,600 किलोमीटर लंबी है। अफगानिस्तानी अधिकारियों ने देश में कोरोना वायरस के सात मामलों की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि देश में सभी शिक्षण संस्थानों को एहतियात के तौर पर शनिवार से तीन सप्ताह के लिए बंद किया जा रहा है तथा शादी-पार्टियों और सिनेमा हॉलों सहित सभी सार्वजनिक समारोहों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। कराची, लाहौर और इस्लामाबाद को छोड़कर देश के अधिकांश हवाई अड्डों को भी बंद कर दिया गया है। ईरान और चीन के साथ पाकिस्तान का हवाई संपर्क निलंबित रहेगा। पर्यवेक्षकों का कहना है कि अन्य दक्षिण एशियाई देशों के विपरीत पाकिस्तान की स्वास्थ्य अवसंरचना कोरोना वायरस प्रकोप जैसा स्वास्थ्य आपातकाल संभालने के लिए तैयार नहीं है।