इस्लामाबाद। दिल्ली की सांप्रदायिक हिंसा पर दिए गए ईरान के बयान को पाकिस्तान ने हाथोंहाथ लेते हुए इसका स्वागत किया है। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने दिल्ली में हुई हिंसा पर सोमवार को गहरी चिंता जताते हुए इसे अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ 'संगठित हिंसा' करार दिया था। उन्होंने भारत सरकार से 'सभी भारतीयों और कानून के राज' का ध्यान रखने और शांतिपूर्ण संवाद के जरिए मसलों को सुलझाने का आग्रह किया था।
ईरान और भारत के संबंध ऐतिहासिक रूप से हमेशा से अच्छे रहे हैं। ईरान और भारत के संबंध ऐतिहासिक रूप से हमेशा से अच्छे रहे हैं। ईरान और भारत के संबंध ऐतिहासिक रूप से हमेशा से अच्छे रहे हैं। उन्होंने कहा, "भारतीय मुसलमानों की सुरक्षा और उनकी देखरेख पर अपने भाई जरीफ द्वारा जताई गई चिंता को पूरी तरह से साझा करता हूं। भारत गंभीर सांप्रदायिक हिंसा की गिरफ्त में है। वहां जो कुछ हो रहा है, वह पूरे इलाके की शांति व सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है।" लेकिन, हाल के समय में ईरान की तरफ से भारत के प्रति कुछ आलोचनात्मक बयान आए हैं। कश्मीर मुद्दे पर भी ईरान ने भारत के रुख का समर्थन नहीं किया और सर्वोच्च ईरानी धर्म गुरु अयातुल्ला अली खामनेई ने कश्मीर में दमन का आरोप लगाया था।