इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी सरकार के दूसरे वर्ष का कार्यकाल शुरू होने पर संयुक्त सत्र के मौके पर अभिभाषण शुरू करते ही न केवल विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ा बल्कि उन्हें वापस जाने के नारे भी लगाये। इस अवसर पर प्रधानमंत्री इमरान खान, नौसेना एवं वायु सेना के प्रमुख तथा ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी के अध्यक्ष भी मौजूद थे। डॉन समाचार पत्र ने गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि जैसे ही अल्वी ने अपना भाषण शुरू किया वैसे ही विपक्षी सांसदों ने खान को निशाना बनाते हुए अल्वी के भाषण का विरोध किया।
विपक्ष की ओर ‘गो नियाजी गो’ के नारे भी लगाये गये। अल्वी ने अपने संबोधन की शुरुआत निचले सदन को पीटीआई सरकार के नेतृत्व में एक साल पूरा करने पर बधाई दी। कश्मीर की चर्चा करते हुए अल्वी ने कहा,‘‘पाकिस्तान कश्मीरी भाई-बहनों के साथ है। हम उन्हें अपना नैतिक समर्थन जारी रखेंगे। हम हमेशा से कश्मीरी लोगों के साथ थे, हैं और हमेशा रहेंगे।’’ उन्होंने कहा,‘‘भारत की गैर कानूनी कार्रवाइयों से क्षेत्र में शांति को खतरे में डाल दिया है। पाकिस्तान ने हमेशा बातचीत के प्रस्तावों के साथ भारत की गर्मजोशी से जवाब दिया है।