मुंबई। कोविड-19 महामारी की बेकाबू दूसरी लहर के कारण घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरी साप्ताहिक गिरावट देखी गई और जिस रफ्तार से नये संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, आने वाले सप्ताह में यह क्रम जारी रहने की आशंका है। आने वाले सप्ताह में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के अंतिम दो चरणों के लिए मतदान होना है। चुनाव परिणामों को लेकर निवेशकों में संशय की स्थिति रहने से भी बाजार पर दबाव है। आगामी 27 और 28 अप्रैल को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति तथा अर्थव्यवस्था को लेकर बैठक होनी है। फेड के बयान का असर भी बाजार पर रहेगा।
इससे पहले बीते सप्ताह शेयर बाजार गिरावट में रहे। बुधवार को रामनवमी के अवकाश के कारण बाजार में चार दिन ही कारोबार हुआ। इस दौरान सोमवार को बड़ी गिरावट रहने से बीएसई का सेंसेक्स 953.58 अंक यानी 1.93 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट के साथ शुक्रवार को 47,878.45 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 276.50 अंक यानी 1.89 प्रतिशत टूटकर सप्ताहांत पर 14,341.35 अंक पर रहा। गुरुवार को छोड़ शेष तीनों दिन दोनों प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुये।
कोविड-19 के ?अब रोजाना तीन लाख से अधिक नये मामले आने लगे हैं। दिल्ली समेत कई राज्यों ने अलग-अलग अवधि के लिए लॉकडाउन लगाया है। इससे बाजार के प्रति निवेशकों का भरोसा कम हुआ है। मझौली और छोटी कंपनियों पर दबाव कम रहा। बीएसई का मिडकैप 1.01 प्रतिशत लुढ़ककर 19,953.19 अंक पर और स्मॉलकैप 0.06 फीसदी की साप्ताहिक गिरावट के साथ 21,005.01 अंक पर रह गया।