वैश्विक बाजार के कमजोर रुख के बावजूद रिजर्व बैंक (आरबीआई) के महंगाई को नियंत्रित करने और विकास की गति को बनाए रखने के उद्देश्य से प्रमुख नीतिगत दरों को यथावत रखने के निर्णय से बीते सप्ताह तेजी पर रहे शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय कारकों के साथ ही कंपनियों की चौथी तिमाही के परिणाम से तय होगी।