हाजीपुर। देश के सबसे बड़े सोना लूट कांड के आरोपी राज हनी हत्याकांड मामले में पुलिस ने राजस्थान के जयपुर से हत्या के मास्टरमाइंड समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए तीनों बदमाशों के पास से 90 जिंदा कारतूस, दो पिस्तौल, एक ब्लैक कलर की थार कार, 66 ग्राम सोना और 158 ग्राम चांदी पुलिस को मिली है। इसके पहले तीन शूटर को इस मामले में पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। रविवार (24 सितंबर) को पुलिस ने इस पूरे मामले में जानकारी दी। अब तक इस मामले में शूटर समेत कुल छह बदमाश गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पुलिस ने कांड का खुलासा करते हुए कहा कि राज हनी को उसके साथी लुटेरों ने 10 सितंबर की रात एक किलो सोना देने के बहाने बुलाकर गोली मारी थी। जेल से लौटने के बाद राजहनी ने हिस्सा मांगा था। इसके बाद ही प्लान बनाया गया था कि उसको रास्ते से हटा दिया जाए। इसके बाद 2019 में मुथूट फाइनेंस से हुए 55 किलो सोना लूटकांड के मास्टरमाइंड चंचल कुमार ने साजिश रची। उसने रुदल और साकेत के साथ मिलकर तीन शूटर को बुलाया। खुद चंचल भी इस घटना में शामिल रहा था। 10 सितंबर की रात हाजीपुर के नगर थाना क्षेत्र के आरएन कॉलेज के पास गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
इस मामले में 19 सितंबर को पुलिस ने तीन शूटर को गिरफ्तार कर लिया था। पकड़े गए बदमाशों में अशोक कुमार, विजय कुमार और इंद्रजीत कुमार शामिल थे। इनके पास से दो पिस्टल, दो बाइक और 240 जिंदा कारतूस मिला था। अन्य आरोपियों की जांच की तलाश की जा रही थी। इस बीच पता चला कि मास्टरमाइंड चंचल कुमार अपने साथी लुटेरे रुदल और साकेत के साथ जयपुर में किसी होटल में छुपा है। पुलिस लोकेशन ट्रेस करते हुए 21 सितंबर को राजस्थान पहुंची और तीनों पकड़े गए।
मुथूट फाइनेंस से 2019 में 55 किलो सोने की लूट हुई थी। उस समय उसकी कीमत लगभग 22 करोड़ रुपये आंकी गई थी। इस मामले में कई लुटेरों को पकड़कर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। हालांकि सभी लुटेरों में लूट के हिस्से का बंटवारा नहीं हो सका था। आपस में बंटवारे के लिए एक-दूसरे की हत्या कर रहे हैं। 2020 में भी जेल के अंदर मनीष सिंह नाम के लुटेरे की हत्या कर दी गई थी।