नई दिल्ली। राजस्थान सरकार के वरिष्ठ मंत्री और गुजरात कांग्रेस के प्रभारी डॉ. रघु शर्मा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने उनके दिल्ली आवास पहुंचे हैं। रघु शर्मा के दिल्ली दौरे से सियासी हलचल बढ़ गई है। गुजरात कांग्रेस का प्रभारी बनाए जाने के बाद डॉ. रघु शर्मा पहली बार राहुल गांधी से शुक्रवार को उनके निवास पर मिलेंगे। संभावना जताई जा रही है कि संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद मंत्री शर्मा राजस्थान सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। उनका पूरा फोकस गुजरात में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने पर हो सकता है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी से मुलाकात में भी गुजरात में कांग्रेस को मजबूत करने व वहां के स्थानीय नेताओं को लेकर चर्चा हो सकती है।
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा को पार्टी हाई कमान ने हाल ही में गुजरात कांग्रेस का प्रभारी बनाया है। डॉ. शर्मा ने इस नियुक्ति के बाद खुद ही मंत्री पद छोड़ने के संकेत दे दिए थे। बीते 9 अक्टूबर को मीडिया से चर्चा में डॉ. शर्मा ने कहा था, ‘मेरे लिए मंत्री बना रहना जरूरी नहीं है। मेरे लिए संगठन जरूरी है और मैं कांग्रेस के लिए काम करूंगा, यही मेरी प्राथमिकता है।’ शर्मा के इस बयान के बाद से ही जल्द ही उनके मंत्री पद छोड़ने की चर्चा राजनीति में होने लगी है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी से मुलाकात के बाद यह तय हो जाएगा कि डॉ. शर्मा मंत्री पद छोड़ेंगे या नहीं।
बता दें कि डॉ. शर्मा ने गुजरात कांग्रेस का प्रभारी बनाए जाने के बाद आगामी चुनाव को लेकर कई दावे किए हैं। रघु शर्मा ने बयान दिया कि आगामी गुजरात चुनाव में बीजेपी का सफाया हो जाएगा। वहां कांग्रेस की मजबूत सरकार बनेगी। उन्होंने राजस्थान में कांग्रेस सरकार द्वारा बेहतर कार्य का हवाला दिया और कहा कि यहां भी कांग्रेस अपनी मजबूत सरकार बनाएगी।बता दें कि राष्ट्रीय कांग्रेस में अभी राजस्थान के कई नेताओं के पास महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां हैं। इन नेताओं में भंवर जितेंद्र सिंह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं और राहुल गांधी के करीबी हैं। धीरज गुर्जर और जुबेर खान पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं और उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के सहयोगी के तौर पर कमान संभाल रहे हैं। वहीं मोहन प्रकाश पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। जबकि रघुवीर मीणा कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य हैं।