जींद। हरियाणा के जींद जिले में बिजली विभाग ने एक अजब कारनामा कर दिखाया है। उसने एक बंद दुकान को मात्र 86 यूनिट खपत का 69 लाख रूपए का बिल थमा कर उपभोक्ता के होश फाक्ता कर दिये हैं। दुकान गत डेढ़ वर्ष से पूरी तरह से बंद पड़ी है। इतना भारी भरकम बिल पाकर उपभोक्ता अशोक मित्तल भी हैरान परेशान हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पुरानी अनाज मंडी स्थित आढ़त की दुकान गत डेढ़ साल के लॉकडाउन के कारण बंद पड़ी है। उसकी दुकान में बिजली का 40 साल पुराना कनैक्शन है। उन्हें गत 23 अप्रैल को इस कनैक्शन का 16 हजार रूपए का बिल प्राप्त हुआ है।
उन्हें यह बिल ज्यादा लगा क्योंकि दुकान बंद पड़ी थी। उन्होंने बिल ठीक करने के लिए बिजली कार्यालय में आवेदन किया। विभाग ने इसे ठीक करना तो दूर उल्टा उन्हें 6953846 रूपए का बिल भेज दिया। नये बिल में केवल 86 यूनिट की खपत दिखाई गई है। बिल अदा करने की तिथि 14 जून तक है और समय पर नहीं भरने पर इस पर 201951 रूपए का जुर्माना बताया गया है।
उन्होंने सरकार से बिल ठीक कराने तथा दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गलत बिलों के कारण केवल वह ही नहीं बल्कि पूरा सफीदों नगर परेशान है। लोगों के बिजली के बिल ठीक से नहीं आ रहे हैं। गत लॉकडाऊन के बाद से ही उपभोक्ताओं के पास अनाप-शनाप बिल पहुंच रहे है। इन बिलों में न तो रीडिंग और न ही भुगतान का कोई हिसाब किताब है। बिजली विभाग के दफ्तर में शिकायत करने पर वहां पर कोई सुनवाई नहीं होती। मजबूर होकर उपभोक्ता कनैक्शन कटने या जुर्माना लगने के डर से बिल भरने को मजबूर हैं।