भोपाल। मध्यप्रदेश में मानवाधिकार हनन के तीन मामलों में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया है। आयोग की ओर से आज जारी विज्ञप्ति में आयोग ने कोरोना के दूसरी लहर में प्रदेश के जेलों में बंदियों के मामले में पुलिस महानिदेशक, जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं, मध्यप्रदेश से 18 मई तक प्रतिवेदन मांगा है। आयोग ने जेल महानिदेशक से यह भी पूछा है कि कितने कैदियों को पहला व दूसरा टीका लग चुका है। यदि नहीं लगा है, तो क्यों, कारण बताएं। कोरोना से बचने के लिये सभी जेलों में क्या व्यवस्थाएं की गई है।
इसी तरह एक निजी अस्पताल द्वारा ऑक्सीजन नहीं होने पर अस्पताल के बाहर चस्पा चिपकाना कि ऑक्सीजन उपलब्ध नही है। दूसरी ओर प्रशासन द्वारा यह कहना की ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। इस मामले में आयोग ने कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जवाब तलब किया है। इसी प्रकार शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य बैरसिया गांव में 24 घंटे में तीन बच्चों की मौत और तीन की स्थिति गंभीर होने के मामले में कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से 11 मई तक प्रतिवेदन मांगा है।