शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार ने बजट में पुरानी योजनाओं के अलावा बारह नई योजनाओं को चलाने को ऐलान किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, जिनके पास वित्त विभाग भी है, ने आज विधानसभा में बजट पेश करते हुये पुरानी योजनाओं के अलावा अपने बजट में बारह नई योजनाओं का ऐलान किया है। ये योजनाएं छात्रों, महिलाओं, स्वयं सहायता समूहों, बागवानों-किसानों को लाभान्वित करेंगी।
प्रदेश स्वर्ण जयंती नारी सम्बल योजना शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत 65 से 69 वर्ष तक की आयु की महिलाओं को बिना आय सीमा के 1000 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाएगी। इससे प्रदेश की 60 हजार महिलाएं लाभान्वित होंगी। उन्होंने कहा कि 2021-22 में 40 हजार अतिरिक्त पेंशन लाभार्थी सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में जोड़े जाएंगे। 1050 करोड़ रुपये सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर खर्च होंगे। इसके अलावा प्रदेश में शगुन योजना शुरू की जाएगी।
इस योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के बीपीएल परिवारों की बेटियों को विवाह के समय 31 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इस योजना पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में टॉप 100 छात्रवृति योजना शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत पांचवीं कक्षा के बाद सरकारी स्कूलों के 100 प्रतिभाशाली छात्रों का एससीईआरटी द्वारा चयन किया जाएगा। चयनित बच्चों को नियमित मूल्यांकन के आधार पर छात्रवृति प्रदान की जाएगी। हिमाचल प्रदेश में हिम-ईरा रसोई कैंटीन योजना शुरू की जाएगी।
स्वयं सहायता समूहों के अजीविका अवसरों में वृद्धि के लिए पायलट आधार पर तकनीकी शिक्षण संस्थानों तथा सरकारी कार्यालयों में यह कैंटीन शुरू की जाएगी। बागवानों-किसानों को उच्च घनत्व पौधे उचित दामों पर उपलब्ध करवाने के लिए नई स्वर्ण जयंती समृद्ध बागवान योजना शुरू की जाएगी। कृषि उत्पाद संरक्षण योजना पर 60 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी प्रकार छठी से दसवीं कक्षा के सरकारी स्कूलों के छात्रों की आंखों की जांच तथा निशुल्क चश्मा प्रदान करने के लिए मिशन दृष्टि शुरू किया जाएगा। स्वर्ण जयंती जिला इनोवेशन फंड स्थापित किया जाएगा।