भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर चलने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में नागरिकता संशोधन कानून लागू होना तय है। अपने एकदिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे नड्डा ने 2021 में प्रस्तावित पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले संगठनात्मक तैयारियों का जायजा लिया और विभिन्न समुदाय के लोगों से चर्चा की।
उन्हें संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा, 'भाजपा और मोदी जी की मूल नीति है- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास। दूसरी पार्टियों कि नीति है- भेद डालो, समाज को बांटो, अलग-अलग करके रखो, अलग-अलग मांग करो और राज करो।'
उन्होंने आगे कहा, 'वर्तमान सरकार यही कर रही है। फूट डालो और राज करो। सबको समावेश करके चलने की ताकत सिर्फ मोदी जी में है। भाजपा समाज को जोड़ती है जबकि वे लोग समाज को तोड़कर वोटबैंक की राजनीति करते हैं।'
नड्डा ने किसान सम्मान निधि और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं को राज्य में लागू न करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनते ही इन योजनाओं को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'दुःख की बात है कि ममता जी की सरकार ने किसान सम्मान निधि को बंगाल में लागू नहीं होने दिया। बंगाल के 76 लाख किसानों को इससे वंचित रखा गया है। इसी प्रकार राज्य के लोग आयुष्मान योजना के लाभ से वंचित हैं। आप भाजपा की सरकार बनाइए, ये योजनाएं लागू होकर रहेंगी।'
सीएए के बारे में भाजपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यह राज्य में लागू होकर रहेगा। उन्होंने कहा, 'आपको सीएए मिलेगा और मिलना तय है। अभी नियम बन रहे हैं। कोरोना के कारण थोड़ी रूकावट आई है। जैसे-जैसे कोरोना हट रहा है, नियम बन रहे हैं। ये मिलना तय है।'
सिलीगुड़ी पहुंचने के बाद नड्डा ने आनंदमयी कालीबाड़ी मंदिर में पूजा करने से पहले यहां के नौका घाट पर समाज सुधारक ठाकुर पंचानन बर्मन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और उपाध्यक्ष मुकुल रॉय जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता भी नड्डा के साथ मंदिर गए। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नड्डा ने पिछले कुछ महीनों में बंगाल में कई रैलियों और पार्टी कार्यक्रमों को ऑनलाइन संबोधित किया है। मार्च में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बढ़ने के बाद से भाजपा प्रमुख का राज्य का यह पहला दौरा है।