पटना। बिहार सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) को वापस लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए वरदान बताया और कहा कि इस योजना के तहत अबतक सात करोड़ 34 लाख 25 हजार से अधिक मानव दिवस का सृजन किया गया है। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने शनिवार को यहां बताया कि चालू वित्त वर्ष में अब तक मनरेगा योजनाओं के माध्यम से सात करोड़ 34 लाख 25 हजार से अधिक मानव दिवस के सृजन के साथ-साथ सामुदायिक शौचालय के निर्माण कार्य में लगभग 13 हजार से अधिक मजदूर कार्यरत हैं।
इस तरह लॉकडाउन की अवधि में 20 अप्रैल, 2020 के बाद से देखा जाय तो प्रतिदिन औसतन नौ लाख 79 हजार मानव दिवस सृजित हुए हैं। कुमार ने बताया कि राज्य के कुल 8386 ग्राम पंचायतों मे से वर्तमान में आठ हजार 386 ग्राम पंचायतों में मनरेगा का कार्य चालू है, जिसमें कार्य में संलग्नता के आधार पर 11 लाख 14 हजार 314 मजदूरों के लिए ई-मस्टर रॉल निर्गत है।