नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आईएलबीएस अस्पताल में शुरू किए गए देश के पहले प्लाज्मा बैंक का दौरा कर जायजा लिया और प्लाज्मा दान कर रहे लोगों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। केजरीवाल ने कहा कि प्लाज्मा से मौतों का आंकड़ा शून्य नहीं किया जा सकता है, लेकिन यह कोरोना से संक्रमित लोगों की जान बचाने में काफी मददगार साबित होता है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा दान करने वालों की देखभाल मेडिकल स्टाफ बहुत अच्छी तरह से कर रहे है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि जो लोग 14 दिन पहले कोरोना से ठीक हो चुके हैं और शर्तों को पूरा कर रहे हैं, वे लोग प्लाज्मा दान करने के लिए अवश्य आगे आएं। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि प्लाज्मा बैंक विश्व स्तरीय एवं अल्ट्रा मॉडर्न हैं। यहां डोनर का बहुत अच्छे से ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आई है, लेकिन इस बीमारी में लोगों को प्लाज्मा थेरेपी एक तरह से काफी मददगार साबित हो रही है।
हम यह नहीं कह रहे हैं कि इससे मौतें शून्य की जा सकती हैं, लेकिन अभी तक प्लाज्मा थेरेपी के जो नतीजे आए हैं, उसमें अभी तक यह काफी मददगार साबित होती है। मौतों को कम करने में इससे मदद मिलेगी। इससे लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी। अभी प्लाज्मा को लेने के लिए काफी दिक्कत हो रही थी। इसे व्यवस्थित करने के लिए आईएलबीएस में यह प्लाज्मा बैंक शुरू किया गया है। आज कई लोगों ने प्लाज्मा दान भी की हैं।
प्लाज्मा बैंक तभी सफल होगा, जब लोग आगे बढ़ कर प्लाज्मा दान करेंगे। अगर लोग दान नहीं करेंगे, तो प्लाज्मा कहां से आएगा। अस्पताल के एमडी डॉ. सरीन ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को प्लाज्मा बैंक के विभिन्न सेक्शन का मुआयना कराया। इस दौरान केजरीवाल ने प्लाज्मा दान करने वाले लोगों से बात भी की। आईएलबीएस के डॉक्टरों ने बताया कि लोगों को प्लाज्मा दान करने से पहले उन्हें मोटिवेटर के जरिए प्रेरित किया जाता है, ताकि उनमें किसी तरह की असुरक्षा की भावना न पैदा हो। मुख्यमंत्री ने ब्लड बैंक की टीम से भी मुलाकात की। डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री को प्लाज्मा लेने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त दी।