लखनऊ। कोरोना संक्रमण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के लिये सरदर्द साबित हो रहे तबलीगी जमात के कारण लाकडाउन निर्धारित समयावधि पर खुलने में संदेह के बादल मंडरा रहे हैं। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि राज्य में कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या 278 से बढ़कर 305 हो गयी है जिसमें आधे से अधिक तबलीगी जमात से जुड़े लोग हैं। उन्होने अपील करते हुये कहा कि जीवन के महत्व को समझते हुये मरकज से लौटने वाले लोग स्वयं आगे आकर अपनी जांच करायें।
अवस्थी ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बढ़ने से प्रदेश की स्थिति संवेदनशील हो गयी है और जब तक प्रदेश में तीनों श्रेणी के लोगों को चिन्हित नहीं कर लिया जाता, तब तक लॉकडाउन खोलने का निर्णय लिया जाना जनहित में उचित नहीं होगा। तबलीगी जमात के कोरोनो पॉजिटिव लोगों की संख्या बढ़ने के कारण 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खुलने पर संदेह है।
उन्होंने बताया कि तीन तरह की श्रेणी बनाकर सर्विलांस की प्रक्रिया निरंतर चल रही है। प्रथम श्रेणी के अन्तर्गत उन्हें रखा गया है, जो स्वयं संक्रमित है, जबकि दूसरी श्रेणी में सीधे उनके सम्पर्क में आये लोगों को रखा गया है। तीसरी श्रेणी में ऐसे लोगों को शामिल किया गया है, जो दूसरी श्रेणी के लोगों के सम्पर्क में रहे हैं।