नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि देश की अर्थव्यवस्था बहुत खराब स्थिति में पहुंच गयी है और सरकार भ्रम पैदा करने के लिए आंकड़े छिपा रही है। गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट किया ‘‘मोदी शासन में देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है और सरकार अपने ही आंकड़े छिपा रही है।’’ इसके साथ ही उन्होंने एक खबर पोस्ट की है जिमसें राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठन (एनएसओ) के आंकड़े का हवाला देते हुए लिखा है कि देश में चार दशक बाद उपभोक्ता व्यय गिरा है और गरीबी लगातार बढ रही है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस आंकड़े को लेकर सरकार पर हमला किया और कहा कि मोदी सरकार देश की जनता को गरीबी में धकेलना का इतिहास बना रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ज्यादा त्रस्त हैं और वे सरकार की नीतियों का दुष्परिणाम भुगत रहे हैं। इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 2017-18 में हुए एक सर्वेक्षण का आंकडा अखबारों में छपा है। यह आंकड़ा इस वर्ष जून में जारी होना था लेकिन रिपोर्ट सरकार के खिलाफ है इसलिए उसने इस रिपोर्ट को छिपा दिया। रिपोर्ट के अनुसार उपभोक्ता आंकड़े में देश के हर नागरिक का महीने का खर्च 3.7 प्रतिशत घटा है जबकि ग्रामीण इलाकों में इसमें और ज्यादा 8.8 प्रतिशत की गिरावट आई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2011-12 में देश का हर व्यक्ति 1501 आसत खर्च कर रहा था जो 2017-18 में घटकर 1446 रुपए प्रति माह हो गया। भोजन पर खर्च को लेकर एनएसओ का आंकडा और चौंकाने वाला है। ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। प्रवक्ता ने कहा कि 2014 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में हरियाणा 55वें स्थान पर 2017 में 100वें स्थान पर आ गया है। यह सर्वेक्षण जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच हुआ है। इसे जून में जारी करने की मंजूरी दी गयी थी लेकिन जारी नही हुआ।