लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लोकतंत्र पर खतरा हैं और भारतीय जनता पार्टी देश पर तानाशाही लादने की साजिश कर रही है। यादव रविवार को यहां पार्टी मुख्यालय पर दिवंगत पूर्व सांसद मोहन सिंह जी की छठीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण के बाद आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज नागरिक अधिकारों का हनन हो रहा है। भाजपा की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ती जा रही है। जनता का ध्यान बुनियादी मुद्दो से हटाने के लिए भ्रामक प्रचार किए जा रहे हैं। ऐसे में देश को बचाने की लड़ाई जनता के साथ समाजवादी ही लड़कर जीत सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मोहन सिंह की जीवनपर्यन्त पार्टी में निष्ठा बनी रही थी। वे अच्छे लेखक, कुशल वक्ता, संसदीय प्रणाली के मर्मज्ञ थे। गरीबों, किसानों, नौजवानों में काफी लोकप्रिय थे। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी विचारों के रास्ते पर चलकर ही समाज और देश तेजी से प्रगति कर सकता है। समाजवादी विरासत को आगे तक ले जाने की जिम्मेदारी नई पीढ़ी की है। दु:खी लोगों की आवाज उनकी पार्टी ही उठाती रही है। भाजपा के पास बस लोगों को गुमराह करने की ताकत है। आज देश लोकतंत्र खतरे में और भाजपा देश पर तानाशाही लादने की साजिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कारपोरेट संसार के पक्ष में खड़ी है। वह कारपोरेट संस्थाओं को ताकत देने का काम करती है और स्वदेशी उत्पादन के विरोध में है।
प्रधानमंत्री द्वारा अमेरिका में बैठकर अमेरिकन कृषि उत्पादों के आयात की बात करना भारत के हित में नहीं है। इससे किसान भी बुरीतरह प्रभावित होगा। फिर भारतीय किसानों के उत्पाद का क्या होगा। यादव ने कहा कि राजनीति सेवा का माध्यम है। आज राजनीति में विचारों के बीच भी संघर्ष है। इसलिए कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी की नीति-सिद्धांत की जानकारी गांव-गांव, जन-जन तक पहुंचाने में लग जाएं। उन्होंने कहा कि गैर-बराबरी के विरूद्ध समानता और सांप्रदायिकता के विरूद्ध सामाजिक सद्भाव तथा लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए समाजवादी सरकार बनाना जरूरी है। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाजवादी विचारधारा को ताकत देने के लिए सन् 2022 में यादव के नेतृत्व में सपा सरकार का बनना समय की जरूरत है और इसी में प्रदेश का हित सन्निहित है।