शाजापुर। MPके शाजापुर में करोड़ों रुपए का अनाज खराब होने के मामले में वेयर हाउस मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. आरोपी धुरंधर चौधरी के पिता रामेश्वर चौधरी भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं. भाजपा नेता रामेश्वर चौधरी के निजी वेयर हाउस जेवीएस गोदाम और भागीरथ वेयर हाउस को साल 2020-21 के गेहूं भंडारण के लिए सरकार ने अधिग्रहित किया था. इन वेयर हाउस में लगभग 35 हजार मेट्रिक टन गेहूं और चना रखा गया था. अनुबंध के अनुसार, दोनों उपज की सुरक्षा वेयर हाउस संचालक की जिम्मेदारी थी. लेकिन रामेश्वर चौधरी ने वेयर हाउस का गेहूं और चना हटाकर उसमें सीमेंट और प्याज का भंडारण कर लिया.
गोदाम को खाद्यान्न के लिए लाइसेंस प्रदान किया गया था, लेकिन संचालक ने सरकारी उपज को खराब कर गोदाम से हटा दिया गया. इस संबंध में जब मप्र वेयर हाउस संचालक ने शाजापुर कलेक्टर को शिकायत की, तो कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच कराकर वेयर हाउस संचालक के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए. शाजापुर पुलिस ने भागीरथ वेयर हाउस संचालक के रूप में भाजपा नेता रामेश्वर चौधरी के पुत्र धुरंधर चौधरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. इस वेयर हाउस में लगभग 11 करोड़ का गेहूं और चना जो रखा था, वह खराब हो गया. उसकी जगह वेयर हाउस संचालक ने प्याज और सीमेंट भर दिया.
दूसरा गोदाम जो भाजपा नेता रामेश्वर चौधरी के ही नाम हैं, इसमें भी गेहूं और चने की फसल खराब हो गई, जिसकी कीमत लगभग 20 करोड़ से अधिक की है. दोनों वेयर हाउस में सरकारी उपज रखने का जो अनुबंध किया गया था, उसके तहत उपज को सुरक्षित और उसका रखरखाव वेयर हाउस संचालक को करना था, लेकिन दोनों वेयर हाउस में सरकार की उपज का उचित ध्यान नहीं रखा. इस मामले में पुलिस ने पुत्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और पिता रामेश्वर चौधरी के खिलाफ भी शाजापुर लालघाटी थाने में एफआईआर की जा रही है. गोदाम संचालक को भागीदारी योजना के तहत समर्थन मूल्य का गेहूं और चना रखने के लिए अनुबंध किया था, लेकिन गोदाम संचालक ने अपनी मर्जी से गोदाम में रखा 35 हजार मेट्रिक टन गेहूं को हटाकर उसकी जगह सीमेंट और प्याज भर दिया. जिस कारण सरकार को लगभग 35 करोड़ की उपज का नुकसान हुआ. गोदाम में रखे गेहूं और चने की गुणवत्ता खराब होने से वेयर हाउस कॉर्पोरेशन ने शाजापुर कलेक्टर को इस मामले में अवगत कराया और मामले में एफआईआर दर्ज की गई.