नई दिल्ली। केंद्र सरकार को किसानों की मांग माननी चाहिए। करीब 1 साल से ज्यादा के समय से किसान अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहा है। लेकिन सरकार कोई भी हो किसानों के साथ वादा खिलाफी करने का काम करती है। मुझे सांसद के नाते जनता की सेवा करते-करते एक दशक से ज्यादा समय हो गया है। लेकिन आज तक कोई भ्रष्टाचार का दाम मुझ पर कोई लगाकर दिखा दे। ये बात पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने बरेली में कही। उन्होने कहा कि मैंने वेतन सरकारी घर जैसी कोई भी सुविधा नहीं ली है। यदि हर जन प्रतिनिधि ये सुविधाएं छोड़ दे तो जनता का कितना भला हो सकता है आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं। पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने कहा कि राजनीति में ताकत का उपयोग दूसरों को दबाने के लिए नहीं बल्कि दूसरों को उठाने के लिए होना चाहिए। जहां साफ़ दामन राजनीति हमारे अच्छे चरित्र की पहचान है, वहीं घटिया राजनीति घमंड और जुल्म का प्रतीक है।। हमें मर्यादित राजनीति को अपनाना चाहिए। देश व समाज में जो दिक्कतें चल रही हैं। उनको दूर करने के लिए लड़़ना चाहिए। किसान आन्दोलन के दौरान जान गंवाने वाले करीब 400 किसानों को उन्होंने शहीद बताकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
इससे पहले भी कई सभाओं में वरुण गांधी बीजेपी के खिलाफ बोलते नजर आए हैं। हालाकि उन्होने अभी किसी पार्टी का दामन नहीं थामा है। साथ ही किस पार्टी की राजनीति करेंगे ये भी पत्ते नहीं खोले हैं। सांसद वरुण गांधी अपने ट्विटर हैंडल से ये जानकारी शेयर की है। सांसद वरुण गांधी का बरेली में गर्मजोशी के साथ स्वागत अभिनंदन किया गया। राजनीतिक गलियारों में खबर है कि इस बार वरुण गांधी किसी क्षेत्रिय दल के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। हालाकि इसकी अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। खुद वरुण गांधी भी इस सवाल पर कन्नी काटते नजर आए।