शिमला। हिमाचल में आज से अनलॉक शुरू होने के साथ ही निजी बस ऑपरेटरों को छोड़ राज्य में सरकारी बसों का संचालन शुरू हो गया है। निजी बस ऑपरेटर गत तीन मई से हड़ताल पर हैं और इन्होंने टैक्स माफी समेत अन्य मांगों के पूरा न होने तक हड़ताल पर रहने और बसें न चलाने का ऐलान किया है। यह फैसला निजी बस ऑपरेटरों की गत रविवार को राज्य प्रधान राजीव पराशल की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक में लिया गया था।
बैठक में सिरमौर निजी बस ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष मामराज शर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई जो सरकार के साथ बातचीत करेगी। उन्होंने बताया कि सरकार के आग्रह पर 30 प्रतिशत बसें चलाई गईं जबकि 70 प्रतिशत खड़ी रहीं। ऐसे में खड़ी बसों का टैक्स भरना कहां तक तर्कसंगत है। उन्होंने कार्यशील पूंजी पर दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज तीन साल तक माफ करने की भी मांग की। वहीं परिवहन निगम कुल 4000 में से पहले दिन 1004 रूटों पर ही अपनी बसों का दिन-रात संचालन करेगा।
कोरोना कर्फ्यू की बंदिश परिवहन सेवा पर लागू नहीं होगी। यात्रियों की मांग के अनुसार रूटों की संख्या में निगम इजाफा करेगा। जबकि निजी बस ऑपरेटरों ने विशेष रोड टैक्स और टोकन टैक्स पूरा माफ न करने के विरोध में बसें न चलाने का फैसला लिया है। इस बीच अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने पर राज्य के तीन हजार से ज्यादा होटलों के ताले भी खुल गए हैं। बाहरी पर्यटकों को राज्य में प्रवेश होने पर कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट साथ रखना अनिवार्य नहीं होगा।
अलबत्ता कोविड-19 ई पास पोर्टल पर पंजीकरण कराने की अनिवार्यता होगी। उल्लेखनीय है कि राज्य में आज से बाजारों में सुबह नौ से शाम पांच बजे तक रौनक रहेगी। सभी तरह की दुकानें सोमवार से शुक्रवार तक खुलेंगी। सरकारी कार्यालय भी सोमवार से शुक्रवार तक 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ काम करेंगे। शनिवार और रविवार को सिर्फ जरूरी सामान की दुकानें खुलेंगी। वहीं, टैक्सी और मैक्सी में और निजी वाहन सौ फीसदी सवारियों के साथ चल सकेंगे। शाम पांच बजे से सुबह पांच बजे तक कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा।