भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना टेसिं्टग का जिले वार वृहद अभियान चलाया जाएगा, जिसके अंतर्गत प्रत्येक जिले में सघन सर्वे कर एक-एक कोरोना मरीज की पहचान की जाएगी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार चौहान आज यहां मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के संक्रमण की गति निरंतर धीमी हो रही है, अब हमें इसे पूरी तरह समाप्त करना है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की डबंिलग रेट 50 दिन हो गई है जबकि देश की 19.6 दिन है। प्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट 1.40 है जबकि देश की 3.58 है। मध्यप्रदेश कोरोना संक्रमण में अब भारत में 13वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश की रिकवरी रेट 76.3 प्रतिशत हो गई है, जबकि देश की 55.8 प्रतिशत है।
प्रदेश में कोरोना के 175 नए मरीज मिले है, जबकि 200 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 2342 रह गई है। चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना मॉनीटरिंग के लिए बनाए गए वरिष्ठ प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों का दौरा करें तथा वहां की व्यवस्थाएं देखें।
हमें कोरोना संक्रमण को हर हालत में रोकना है। भिंड एवं रायसेन जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। फर्स्ट कॉन्टेक्ट की टेसिं्टग अनिवार्य रूप से की जाए। मुख्यमंत्री ने नीमच जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि नीमच जिले में विशेष रूप से जावद में और ध्यान दिए जाने की जरूरत है। सर्वेलेंस बढ़ाया जाए व एक-एक मरीज की खोज की जाए।