भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गत 15 वर्षों में मध्यप्रदेश की सड़कों को बेहतरीन बनाया गया है। गांव गांव तक सड़कें पहुंचाई गई है। अब अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि इन सड़कों का नियमित रूप से संधारण एवं समय-समय पर आवश्यक मरम्मत आदि की जाए, जिससे सड़कें खराब ना हो। श्री चौहान आज मंत्रालय में प्रदेश की सड़कों की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर हालत में 15 जून से पहले यह कार्य समाप्त कर लिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में जैसे ही लॉक डाउन खुलता है, सड़कों की मरम्मत एवं संधारण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाए। इसके लिए पहले से टेंडर एवं अन्य औपचारिकताएं पूर्ण करके रखी जाएं, जिससे कि तुरंत कार्य प्रारंभ कराया जा सके।
लोक निर्माण विभाग द्वारा बताया गया कि प्रदेश में 5954 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हैं, जिनमें से 4805 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत करा ली गई है। शेष सड़कों की मरम्मत के लिए 80 करोड रुपए की विभाग द्वारा मांग की गई है जिसमें से 29 करोड रुपए प्राप्त हो गए हैं। वर्तमान में लॉक डाउन के कारण कार्य बंद है। लेकिन लॉक डाउन खुलते ही कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा। कार्य में लेबर की समस्या नहीं आएगी, क्योंकि विभाग के पास कार्य के लिये 20 हज़ार का अपना गैंग है। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि मरम्मत के लिए पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी।
अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि बरसात से पूर्व विभाग को 125 ब्रिज का कार्य पूरा करना है। इसके पश्चात 265 पुल बचेंगे जिन्हे बारिश के बाद पूरा किया जाएगा। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 1620 ग्रामों में सड़कें बनाई जानी हैं। उन्होंने बताया कि 665 ग्रामीण सड़कों के संधारण के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।