कोलंबो । श्रीलंका को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में करिश्माई जीत दिलाने के बाद कप्तान दसुन शनाका ने आखिरी तीन ओवरों में अपनी बल्लेबाज़ी के पीछे का राज़ खोला है। सीरीज़ में 2-0 से पीछे चल रही श्रीलंका को तीसरा मुकाबला जीतने के लिये 177 रन की आवश्यकता थी। श्रीलंका को 17 ओवर में 118 रन बनाने के बाद अंतिम तीन ओवर में 59 रन की आवश्यकता थी। 12 गेंदों पर छह रन बनाकर खेल रहे शनाका ने यहां से पारी का गियर बदला और अपनी टीम को एक गेंद रहते विजय दिलायी। श्रीलंंका भले ही सीरीज़ 2-1 से हार गयी, लेकिन शनाका की बदौलत उन्होंने पालेकेल स्टेडियम में हुए मुकाबले में यादगार जीत दर्ज की। शनाका ने मैच के बाद कहा, "इस तरह की पारी खेलना मेरे लिये बहुत खुशी की बात है। इस तरह की पारियां बहुत कम होती हैं।अंतिम तीन ओवरों में मेरी योजना थी कि हर ओवर में तीन बाउंड्री लगाई जाएं। इसका मतलब होता 54 रन (अगर सभी बाउंड्री छक्का हो तो)। सिंगल्स के साथ हमारे पास मैच जीतने का एक मौका था। मैच योजना के विपरीत जाने की संभावना भी थी, लेकिन मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सक्षम रहा। यह बहुत बड़ी जीत थी, न केवल मेरे लिए, बल्कि पूरे देश के लिए।"
यह जीत श्रीलंका के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी। दक्षिण एशियाई देश वर्तमान में 1948 में स्वतंत्रता के बाद से सबसे गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। वित्तीय बाधाओं के बावजूद, खेतारामा और पल्लेकेल में हुए टी20 मुकाबलों में भारी संख्या में लोग टीम का समर्थन करने के लिये पहुंचे थे। शनाका ने कहा, "हम जानते हैं कि श्रीलंका के लोग काफी दबाव में हैं। उन्हें जरूरत का सामान नहीं मिल रहा है। इसके बावजूद वे हमारा बहुत समर्थन कर रहे हैं। हम इसके लिए वास्तव में उनके शुक्रगुजार हैं। हम एकदिवसीय मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हो रहे हैं।"