नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या का मानना है कि 2021 टी20 विश्व कप उनके करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि लाइफ कोच और भाई महेंद्र सिंह धोनी की गैर मौजूदगी में एक फिनिशर के तौर पर सारा भार उनके कंधों पर होगा। बता दें कि पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने वाले धोनी के बिना भारत का यह पहला टी20 विश्व कप है। टूर्नामेंट में भारत अपना पहला मैच 24 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। पूर्व कप्तान एमएस धोनी को इस टूर्नामेंट के लिए टीम का मेंटर बनाया गया है।
क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो की क्रिकेट मंथली को दिए गए इंटरव्यू में हार्दिक पांड्या ने अपने जीवन की कई चुनौतियों और धोनी के साथ असाधारण तालमेल पर बात की। उन्होंने कहा, "यह करियर की सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि इस बार महेंद्र सिंह धोनी नहीं है। सब कुछ मेरे कंधों पर है। मैं इसी तरह से सोचता हूं, क्योंकि इससे मेरे लिए चुनौती बढ़ जाती है। यह रोमांचक टूर्नामेंट होगा।" वहीं धोनी के साथ अपने तालमेल के बार में बात करते हुए पांड्या ने कहा, "एमएस मुझे शुरू ही से समझते आए हैं। मैं कैसे काम करता हूं या मैं कैसा इंसान हूं। मुझे क्या पसंद नहीं है, सब कुछ।
पांड्या ने बताया कि एक टीवी शो पर विवादास्पद टिप्पणी के बाद निलंबन पूरा करके जब वह 2019 में न्यूजीलैंड दौरे पर वापसी कर रहे थे तो धोनी ने उनसे बात की। उन्होंने कहा, "शुरू में मेरे लिए कोई होटल रूम नहीं था। फिर मुझे फोन आया कि यहां आ जाओ। एमएस ने कहा कि वह बिस्तर पर नहीं सोते हैं। वह नीचे सोएंगे और मैं उनके बिस्तर पर। वह पहले व्यक्ति हैं जो हमेशा साथ थे। वह मुझे गहराई से जानते हैं। मैं उनके काफी करीब हूं। वही मुझे शांत रख सकते हैं।"इस स्टार ऑलराउंडर ने आगे कहा, "जब यह सब हुआ, उन्हें पता था कि मुझे सहयोग की जरूरत है। मुझे एक कंधा चाहिये था जो मेरे क्रिकेट करियर में उन्होंने मुझे कई बार दिया। मैंने उन्हें एमएस धोनी, एक महान क्रिकेटर के रूप में कभी नहीं देखा। मेरे लिए वह मेरे भाई हैं।"