बर्लिन। जर्मनी के फुटबॉलर मार्को रियस और उनकी पत्नी स्कारलेट ने कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान कमजोर आर्थिक हालात से निपटने के लिए दान देने की घोषणा की है। इसके अलावा कई जर्मन खिलाड़यिों ने भी इस संकट की घड़ी में मदद की पेशकश की है। रियस और उनकी पत्नी ने स्थानीय व्यापारियों की मदद करने के लिए 50 हजार यूरो का कोष गठित किया है। उन्होंने टीम के अन्य साथियों और प्रशंसको से भी हेल्प योर होमटाउन पहल को समर्थन देने की अपील की है।
देश में लॉकडाउन के कारण छोटे व्यापारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रियस ने कहा,ये व्यापारी बिना ग्राहकों के ज्यादा दिन नहीं रह सकते हैं। लेकिन यह भी हकीकत है कि ये कंपनियां हमारी रोजाना की जरुरतों को पूरा करती हैं। क्लब के मुख्य शेयरधारक और सॉफ्टवेयर अरबपति दिएतमार होप ने भी मदद के लिए हाथ आगे बढाया है। समझा जाता है कि होप ने कई मिलियन यूरो की मदद की है। क्लब के कर्मचारियों की नौकरी बचे रहने के लिए एफसी शाल्के की टीम, कोंिचग स्टाफ और अधिकारियों ने अपने वेतन में कटौती कर 10 मिलियन यूरो की मदद दी है।
शाल्के के अलावा देश के 36 क्लबों ने अपने वेतन में कटौती कर लोगों की मदद करने की घोषणा की है। इसके अलावा जोशुआ किमिच और लियोन गोर्तेजका ने वी किक कोरोना नाम की पहल की शुरुआत की है। किमिच ने इसके तहत स्वास्थ्य और युवा शिक्षा के लिए 21 योजनाओं की शुरुआत की है। गोर्तेजका ने कहा कि अब तक 500 दान पंजीकृत किए जा चुके हैं। लेवानडोवस्की और उनकी पत्नी अन्ना ने एक मिलियन यूरो की मदद दी है। बायर्न म्यूनिख के पूर्व खिलाड़ी मैट हमेल्स, मैनचेस्टर सिटी के लेरॉय सेन और लेवेरकुसेन के डिफेंडर जोनाथन ताह ने भी मदद दी है।