टोक्यो। जापान के आयोजकों ने आगामी टोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान सभी स्थलों पर दर्शकों की सीमा तय करते हुए स्टेडियम की क्षमता के 50 प्रतिशत लोगों को स्थल पर पहुंचे की स्वीकृति दी। किसी भी स्थल पर हालांकि 10 हजार से अधिक दर्शकों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। ओलंपिक खेलों का आयोजन 23 जुलाई से किया जाएगा। कोरोना महामारी के कारण पिछले साल इन खेलों को स्थगित किया गया था। स्थानीय आयोजकों, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति, अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति, जापानी सरकार और टोक्यो की महानगरीय सरकार के बीच बातचीत के बाद इस फैसले की घोषणा की गई।
एक ऑनलाइन बैठक के दौरान अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक और टोक्यो सरकार सहित पांच आयोजन निकायों के प्रतिनिधियों ने दर्शकों की सीमा पर एक नीति को अंतिम रूप दिया। हालांकि, उनसे अपेक्षा की जाती है कि 23 जुलाई से शुरू होने वाले ओलंपिक से पहले या बाद में संक्रमण की स्थिति बिगड़ने की स्थिति में दर्शकों के बिना खेल आयोजित करने का विकल्प खुला छोड़ दें। इस दौरान वहीं जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने कहा है कि दर्शकों को लेकर फैसला बदला जा सकता है, ओलंपिक गेम्स खाली स्टेडियम में भी कराए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों को देखकर इस पर आखिरी फैसला लिया जाएगा।
विदेशी फैंस को आने की अनुमति नहीं होगी
हालांकि आयोजकों की ओर से विदेशी फैंस को आने की अनुमति नहीं दी गई है। सिर्फ जापान के लोग ही स्टेडियम जा सकेंगे। कुल 3।7 मिलियन टिकट लोगों को बेचे जाएंगे। टोक्यो सहित कई शहरों में 11 जुलाई तक इमरजेंसी लगी गई है। जापान के अधिकतर लोग कोरोना के बीच गेम्स के आयोजन का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि इससे संक्रमण बढ़ने की संभावना है।