नई दिल्ली। क्रिकेट के काले दिनों में से एक पाकिस्तान के लाहौर में श्रीलंका क्रिकेट टीम की बस पर 2009 में हुआ हमला है। इस हमले में कई खिलाड़ी घायल हो गए थे और दुनिया भर में इसकी निंदा हुई थी। श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा भी उस बस में मौजूद थे और आज भी उस घटना को याद कर दहल जाते हैं।
लौहार टेस्ट मैच के तीसरे दिन जब श्रीलंका की टीम मैच खेलने स्टेडियम जा रही थी तभी 12 बंदूकधारियों ने बस पर गोली बरसानी शुरू कर दी। स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट से बात करते हुए पूर्व श्रीलंकाई कप्तान ने उस घटना के याद किया। उन्होंने बताया, "उस वक्त जब आप पाकिस्तान जाते थे तो सुरक्षा बहुत बड़ा मुद्दा था। हमने सुरक्षा को लेकर अपनी बातों को लिखा था और अगर कुछ होता है तो खिलाड़ी की सुरक्षा पर आश्वासन मांगा था। उन्होने हमसे कहा कि उनके द्वारा सभी तरह के सुरक्षा इंतजाम पर काम किया गया है।
हम आम दिनों की तरह ही मजाक मस्ती करते हुए बस में जा रहे थे, सभी लोग बातें कर रहे थे की आज शाम को क्या करेंगे। हमारे एक तेज गेंदबाज ने कहा कि विकेट काफी सपाट है मुझे तो काई गंभीर चोट लग जाएगी या कुछ और होगा। सोच रहा था कि कोई बम आकर हमारे पास फटे ताकि सभी घर जा सकें और 20 सेकेंड बाद ही ऐसा हो गया।
हमारी मालिश करने वाले उस वक्त सबसे आगे थे, हम गोलियों की आवाज साफ सुन सकते थे, हम सभी को लगा ये पटाखों की आवाज है। वो उठे और फिर कहा नीचे झुक जाओ वो बस पर गोलियां चला रहे हैं। दिलशान भी सामने बैठे थे, मैं बीच में था। महेला पीछे दाईं तरफ थे, मुरली मेरे पीछे बैठे हुए थे ताकि वो थिलन समरवीरा पर चिल्ला सकें। मुझे याद है थरंगा पर्नविताना हमारे ओपनर भी सामने ही थे।
हम सभी अपना धैर्य खो चुके थे और बस के गलियारे में छुपे हुए थे, हम सभी एक दूसरे उपर थे जैसे और फिर गोली की आवाजें शुरू हो गई। उन्होंने जितनी बार बस पर प्रहार कर सकते थे उतनी बार किया और ग्रेनेड फेंका और रॉकेट लॉन्चर भी दागा। हमने पता नहीं कि हम बच कैसे गए।