मुंबई। कोरोना वायरस महामारी के असर के कारण अभी देश में लॉक डाउन है और इसका सबसे बुरा असर प्रवासी मजदूरों पर पड़ रहा है जो इस समय अपने घर लौट रहे हैं, क्योंकि इन मजदूरों को सही से खाना भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में कई मजदूर पैदल तो कई ट्रकों में भर भरकर अपने गांव जा रहे हैं। हालांकि, कुछ लोग हैं जो इन मजदूरों की मदद कर रहे हैं और इन्हीं में से एक हैं युवा बल्लेबाज सरफराज खान।
रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में मुंबई के लिए खेलने वाले दाएं हाथ के बल्लेबाज सरफराज खान (Sarfaraz Khan) अभी अपने पैतृक गाँव उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले में प्रवासी मज़दूरों की मदद कर रहे हैं। जो मजदूद अपने घरों को वापस जा रहे हैं, यह बल्लेबाज अपने छोटे भाई मुशीर और अपने पिता नौशाद के साथ उन्हें खाने के पैकेट दे रहा है। सरफराज खान आईपीएल फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब के साथ अनुबंधित हैं, और वो मार्च में अपने घर गए थे लेकिन तभी लॉक डाउन हो गया और यह बल्लेबाज वहीं पर फंस गया।
आउटलुक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सरफराज खान ने कहा,"जब हम बाजार जाते थे, तो हम सड़कों पर हजारों लोगों को यात्रा करते हुए देखते थे और इसलिए हमने उनकी मदद करने का फैसला किया। यह मेरे पिता का विचार था कि हमें प्रवासी श्रमिकों की मदद करनी चाहिए।
वहीं सरफराज के पिता नौशाद ने यह भी कहा कि उन्होंने अब तक लगभग एक हजार खाने के पैकेट वितरित किए हैं और इसे जारी रखने के लिए तैयार हैं। वहीं सरफराज के भाई ने कहा कि वो इस साल ईद नहीं मनाएंगे और प्रवासी मजदूरों की मदद करते रहेंगे।