पंचांग के अनुसार 04 जुलाई 2021 को रविवार का दिन है. इस दिन आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है. सूर्य देव की पूजा के लिए रविवार का दिन उत्तम बताया गया है. मान्यता है कि इस दिन विधि पूर्वक सूर्य देव की उपासना करने से सूर्य देव शुभ फल प्रदान करते हैं.
सूर्य देव की पूजा का महत्व
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना गया है. नवग्रहों में सूर्य को अधिपति कहा गया है. सूर्य आत्मा के कारक हैं. इसके साथ ही ऊर्जा के भी कारक माने गए हैं. सूर्य जीवन में अनुशासन के महत्व को बताते हैं. सूर्य बिना रूके यात्रा करते रहते हैं. सूर्य को जीवन का आधार भी माना गया है.
रविवार को सूर्य उपासना
रविवार का दिन सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित है. आषाढ़ मास में सूर्य उपासना का विशेष महत्व बताया गया है. आषाढ़ मास में अनुशासित जीवन शैली को अपनाने पर जोर दिया जाता है. वर्तमान समय में आषाढ़ मास चल रहा है. रविवार के दिन सूर्य की पूजा करने से सूर्य मजबूत किया जा सकता है. रविवार के दिन सुबह स्नार करने के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं. जल में गंगा जल और लाल चंदन मिलाकर चढ़ाते हैं तो इसके परिणाम अधिक अच्छे आते हैं. ऐसा करने से मान सम्मान में वृद्धि होती है, यदि लोकप्रियता में कमी आ रही है, या फिर उच्चाधिकारियों से मनमुटाव की स्थिति बनी हुई है तो रविवार के दिन सूर्य पूजा से लाभ मिलता है.
सूर्य मंत्र के इन मंत्रों का जाप करें (Surya Mantra In Hindi)
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:.
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा.
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:.
ॐ ह्रीं घृणि: सूर्य आदित्य: क्लीं ॐ.
ऊं घृणिं सूर्य: आदित्य: