लखनऊ। सुखकर्ता और विघ्नहर्ता कहलाने वाले गणपति इस साल कोरोना के कारण पंडालों में नहीं बल्कि घरों में ही विराजेंगे। आगामी शनिवार को गणेश चतुर्थी है और मान्यताओं के अनुसार उन्हें एक,तीन या दस दिन रखा जाता है। यानि उनका विसर्जन एक सितम्बर को होगा । घरों में विराजने और सजने के लिये गणपति बप्पा पूरी तरह तैयार हैं।
कोरोना सकट से मुक्ति और देश की मंगल कामना के साथ गणपति घरों में स्थापित किये जायेंगे। कोरोना संकट के कारण दस दिवसीय समारोह प्रशासन के निर्देश के अनुसार ही आयोजित किया जा रहा है । अधिकतर लोग सामूहिक आयोजनों की जगह कोरोना के कारण घरों में ही मूर्तियां स्थापित कर रहे हैं । राजधानी के मुख्य बाजारों में बिक्री के लिये मूर्तियां सज गई हैं ।