यह आपको दूसरों के साथ चौकस व्यवहार करने में मदद करता हैं। यद्यपि आप बुद्धिमान हैं, लेकिन आप अपने दैनिक कामकाज को लेकर उलझन महसूस करते हैं। आप वास्तव में बहिर्मुखी नहीं हैं लेकिन आप नए संपर्क बनाने में अच्छे हैं। ऐसे तो आप निष्क्रिय रहते हैं,परन्तु जब स्थिति की मांग हो तो आप बहुत फ़ुर्ती से काम कर लेते हैं। आप साफ़ सफाई को लेकर सनकी हैं, जो दूसरों को परेशान कर सकता हैं।
आपकी जिम्मेदारी की गहरी भावना आपको अक्सर भारी तनाव में डाल देती हैं। आप सबसे ज्यादा सफ़ाई पसंद हैं जिसके कारण आप के चारों ओर सब कुछ साफ और स्वच्छ हालत में होता हैं। आप भावुक हो सकते हैं, लेकिन आप शायद ही कभी अपनी भावनाओं को सार्वजनिक करते हैं और उन्हें अपने आप तक ही रखना पसंद करते हैं। आप कई बार आलोचनात्मक हो जाते हैं जिससे आपके आस पास के लोगो के साथ तकरार हो सकता हैं।
कन्या नक्षत्र
उत्तर फ़ाल्गुनी नक्षत्र :
इस नक्षत्र के देव आर्यमान और स्वामी सूर्य है। कन्या राशि में पाए जाने वाले सारे गुण इन जातकों में पाए जाते हैं। इनमें उत्साह की मात्रा संतुलित प्रमाण मे होती है। इन जातकों की कामेच्छा मध्यम होती है।
हस्त नक्षत्र :
इस नक्षत्र के देव सूर्य और स्वामी चंद्र हैं। ये बडी लगन से अपना काम करते हैं। ये सामनेवालेसे जितना प्रेम करते है उससे उतने ही प्रेम कि आशा रखते है। आकर्षण शक्ति और कल्पना शक्ति इन जातकों में बडी मात्रामें होती है। साहित्य,संगीत और कला क्षेत्र में इऩ्हें रुचि रहती हैं। इन जातकों में गुण तो बहुत होते हैं परंतु असफ़ल होने का भय रहता है।
चित्रा नक्षत्र :
इस नक्षत्र के देव विश्वकर्मा और स्वामी मंगल है। इनका मन बच्चो के जैसा होता है और ये बहुत शीघ्र रुठ जाते है। ये मान-सम्मान और प्रतिष्ठा को बहुत महत्व देते हैं। ये बहुत शौकिन मिजाज होते हैं। इनमे शिल्पकला और विविध कलाओं के प्रति रुचि होती है। नाटक और सिनेमा के भी शौकिन होते हैं।
कन्या राशि तथ्य-
भाग्यशाली दिन: बुधवार
भाग्यशाली नंबर : 5, 14, 23, 32, 41
भाग्यशाली रंग: नारंगी, सफेद, ग्रे, पीला
भाग्यशाली पत्थर : पुखराज
स्वामी ग्रह : बुध
सकारात्मक गुण: व्यवस्थित, विश्लेषणात्मक, अभिव्यंजक,शांत
नकारात्मक गुण: गंभीर, झगड़ालू, दुराराध्य, संकीर्ण
स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं -
कन्या जातक अक्सर आंतों और पेट के साथ समस्याओं के साथ जुड़े रहे हैं। आंत्र रोग, अपच, पेट का दर्द और आंत्र संक्रमण आदि अनुचित तनाव और घबराहट की वजह से हो सकता है। अनिद्रा भी एक मुद्दा हो सकता हैं।