दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित कोकरनाग में पिछले हफ्ते शुरू हुई मुठभेड़ आज छटे दिन भी जारी है। सुरक्षाबलों द्वारा बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। आज फायरिंग नहीं देखी जा रही है लेकिन सुरक्षाबलों द्वारा एक हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी इस बड़े तलाशी अभियान में जुटे हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीते दिन मुठभेड़ स्थल के पास एक जला हुआ शव मिला जिसकी वेशभूषा एक मिलिटेंट की लग रही है। आतंकियों की तलाश में यहां कोबरा कमांडो तक की तैनाती की गई है, जो जंगलों के ऑपरेशन में माहिर माने जाते हैं।
इसका पता लगाने के लिए मुठभेड़ में टीआरएफ मिलिटेंट उजैर अहमद के परिवार के सदस्यों से डीएनए सैंपल लिए जाने की संभावना है ताकि शव किसका है यह स्पष्ट हो सके। वहीं आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कश्मीर घाटी में अभी 81 सक्रिय मिलिटेंट हैं जिनमें 48 पाकिस्तानी मूल के विदेशी मिलिटेंट शामिल हैं और 33 स्थानीय आतंकी हैं।
दक्षिणी कश्मीर में कुल 56 सक्रिय मिलिटेंट हैं जिन में 28 पाकिस्तानी मूल के हैं, दक्षिणी कश्मीर में अनंतनाग पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जैसे जिले आते हैं। यह इलाका मिलिटेंसी का गढ़ माना जाता है। उत्तरी कश्मीर में 16 मिलिटेंट सक्रिय हैं जिनमें 13 विदेशी हैं। उतरी कश्मीर में बारामुल्ला, कुपवाड़ा, बांदीपुरा शामिल हैं। मध्य कश्मीर जिसमें श्रीनगर, गांदरबल और बडगाम जिले आते हैं, कुल 9 मिलिटेंट सक्रिय हैं, जिनमें से 7 विदेशी मिलिटेंट बताए जा रहे हैं।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, जवानों के बहे हर खून के कतरे का हिसाब लिया जाएगा। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों के दौरान हुए अबतक के इस सबसे बड़े हमले पर बात करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि हर एक शहीद हुए जवान के बहे खून के कतरे का हिसाब लिया जाएगा। मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हो रहे विकास से पाकिस्तान में बैठे आतंकी हैंडलर्स खुश नहीं हैं। उनके इशारों पर अभी उन्होंने हमारे बहादुर सेना और जम्मू कश्मीर के अफसरों पर हमला किया। हमारे जवानों ने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की एकता और अखंडता की सर्वरक्षा की हैं।