पौड़ी गढ़वाल। उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों से से अधिक समय से हो रही बारिश के कारण मध्य पौड़ी गढ़वाल जिले में भूस्खलन होने से तीन श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए। जिला अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि भारी वर्षा के कारण तहसील लैंसडौन के अंतर्गत समखाल में सोमवार प्रात करीब 10:30 बजे मलबा आने से 5 लोगों की दबने की सूचना आई। तत्काल कार्रवाई करते हुए, उक्त स्थल पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया और मलबे में दबे लोगों को निकाला गया। उन्होंने बताया कि इस घटना में तीन श्रमिकों की मौत हो गयी तथा दो अन्य लोग घायल हो गए।
घायलों को उपचार के लिए बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती कराया गया है। डॉ. जोगदंडे ने बताया कि समखाल क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्य के लिये कार्यरत मजदूर टेंट में रुके हुए थे। भारी बारिश के कारण खेत से मलवा टेंट के ऊपर आने से यह लोग मलवे में दब गए। उन्होंने बताया कि मौके पर उप राजस्व निरीक्षक सहित अधिकारी, कार्मिक एवं ग्रामीण मौजूद है। उन्होंने संबंधित अधिकारी को मृतकों की पंचनामा कर, पोस्टमार्टम कराने के निर्देश भी दिए है।
इसके साथ, जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्डे स्वयं लगातार आपदा कंट्रोल रूम में बैठकर समस्त एसडीएम तथा लोक निर्माण विभाग सहित अन्य अधिकारियों से जनपद में लगातार हो रही भारी बारिश से हुई क्षति की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने इस संवाददाता को बताया कि आज सुबह से लगातार हो रही बारिश से 01:00 बजे तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, लैंसडाउन क्षेत्र में 40 से 45 मिलीमीटर वर्षा हुई है तथा जनपद में 29 मिलिमीटर वर्षा हुई है। उधऱ, हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में कल रात के बाद मौसम की पहली बर्फबारी में सरचू में एक पर्यटक की मौत हो गई।
यह जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेद्र जस्टा ने आज यहां दी। मौसम में आए बदलाव से जनजातीय जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिसके चलते मनाली लेह मार्ग के तहत आने वाले सरचू में एक पर्यटक की मौत हो गई है। पर्यटक को सांस लेने में तकलीफ हुई जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक की पहचान 67 वर्षीय संजीव कुमार सिन्हा पुत्र पीएन सिन्हा निवासी महात्मा गांधी बास पार्क जगदीश भागलपुर बिहार के रूप में हुई है।
बर्फबारी के चलते मनाली-लेह मार्ग के साथ कुंजुम दर्रा होकर गुजरने वाला मनाली-ग्रांफू-काजा राष्ट्रीय राजमार्ग-505 यातायात के लिए बंद हो गया है। कुल्लू, लाहौल स्पीति जिला प्रशासन ने बर्फबारी के चलते पर्यटकों को संवेदनशील इलाकों में न जाने की हिदायत दी गई है। कुल्लू और लाहौल घाटी में बारिश व बर्फबारी का दौर जारी है। लाहौल स्पीति के हंसा में मौसम विभाग द्वारा 2.5 सेमी हिमपात दर्ज किया गया। जबकि लाहौल स्पीति जिले का प्रवेश द्वार, 13050 फीट ऊंचा रोहतांग दर्रा में 30 सेंटीमीटर, कोकसर में पांच सेंटीमीटर, कुंजुम दर्रा में 30 सेंटीमीटर तथा बारालाचा में 40 सेंमी ताजा बर्फबारी हुई है। जबकि कुल्लू व लाहौल के निचले क्षेत्रों में सुबह से बारिश हो रही है।
इसके साथ ही कुंजुम दर्रा, सप्तर्षि पहाड़ियां, लेडी ऑफ केलांग, बारालाचा और लाहौल स्पीति की गोशाल पहाड़ियां, किन्नौर की किन्नर-कैलाश और श्रीखंड कैलाश पर्वतमाला, कांगड़ा की धौलाधार पर्वतमाला और चंबा के मणिमहेश पर्वतमाला में ताजा हिमपात दर्ज किया गया। प्रदेश के ऊंचे इलाकों में भी भारी बारिश दर्ज की गई है। किन्नौर में सांगला में 36.8 मिमी, शिमला के चोपाल और खदरला में 31 मिमी, कुल्लू में टिंडर में 28.7 मिमी, भुंतर में 25 मिमी, पर्यटक रिसॉर्ट मनाली और कुफरी में 23 मिमी, शिमला में 16.8 मिमी बारिश हुई है।
कांगड़ा में पालमपुर और मंडी में सुंदरनगर में 17.3 मिमी और पावंटा साहिब में 16 मिमी वर्षा हुई है जबकि प्रदेश के कई स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश दर्ज की गई जो अभी भी जारी है। लाहुल स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि जिले में भारी बर्फबारी हो रही है। उन्होंने बताया मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए और दर्रों में बर्फबारी होती देख प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर लेह व काजा मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है। उन्होंने कहा प्रशासन सभी परिस्थितियों पर नजर रखे हुए है।