श्रीगंगानगर। राजस्थान के हनुमानगढ़ जंक्शन के औद्योगिक क्षेत्र में आज से करीब 20 टन क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट में उत्पादन शुरू हो गया। श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों के प्राण बचाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए यह एक बड़ी राहत देने वाली खबर है। इस प्लांट में प्रति घंटा 40 सिलेंडरों में ऑक्सीजन भरी जा सकेगी। लिहाजा रोजाना 900 से अधिक ऑक्सीजन के सिलेंडर मिलने से दोनों जिलों में कई दिनों से चली आ रही आक्सीजन की किल्लत काफी हद तक दूर हो जाएगी।
गंगानगर के रीको उद्योग विहार में भी एक निजी 20 टन क्षमता का प्लांट तैयार है। प्लांट लगाने वालों ने जिला प्रशासन से लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने का आग्रह किया गया है। इस प्लांट के भी अगले सप्ताह शुरू होने की संभावना है। इसमें भी रोजाना करीब 1000 सिलेंडर गैस का उत्पादन किया जा सकेगा। आने वाले दिनों में दोनों जिलों में ऑक्सीजन को लेकर मची हुई मारामारी बहुत हद तक दूथ हो जाएगी। हनुमानगढ़ जंक्शन के औद्योगिक क्षेत्र में करीब 10 दिन पहले लगभग एक करोड़ की लागत से हर्षित ग्रोवर द्वारा लगाया गया प्लांट तैयार हो गया था। इसके लिए लिक्विड ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी।
हनुमानगढ़ के विधायक विनोद कुमार ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा को पत्र लिखा। फलस्वरूप शुक्रवार देर रात लगभग आठ टन लिक्विड ऑक्सीजन लेकर पहला टैंकर प्लांट में पहुंचा और उत्पादन शुरू कर दिया गया। विधिवत रूप से इसका शुभारंभ आज सुबह किया गया। पहले दिन ही इस प्लांट को कुल 202 सिलेंडर जन सहयोग से मिल गए। अभी कुछ और लोग भी सिलेंडर देने के लिए आगे आ रहे हैं। प्लांट के मालिक हर्षित ग्रोवर ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से अगर लगातार लिक्विड ऑक्सीजन मिलती रहे तो इस प्लांट में रोजाना 920 सिलेंडर भरे जा सकते हैं।