श्रीनगर। डॉक्टर्स एसोसिएशन कश्मीर ने सोमवार को कोरोना वायरस से पीडित कोरोना योद्धाओं के परिजनों के लिए मेडिकल कॉलेज में विशेष आरक्षण की मांग करते हुए सरकार से डॉ. अशरफ मीर के बच्चे के लिए एमबीबीएस सीट प्रायोजित करने की अपील की है। डॉ. अशरफ मीर की रविवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हो गयी और उनकी मृत्यु पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, उनके सलाहकारों और विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त किया।
डीएके के अध्यक्ष डॉ. सुहैल नाइक ने सोमवार को कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ. अशरफ अपने परिवार में अकेले कमाने वाले थे और उनकी मृत्यु से परिवार पर बहुत बड़ी विपत्ति आन पड़ी है। उन्होंने कहा डॉ. अशरफ की समाज में बहुत अच्छी छवि थी और वह अपने क्षेत्र के रोगियों को मुफ्त में परामर्श देते थे। उनके विनम्र स्वभाव और व्यवहारकुशलता के लिए सभी लोग उनकी प्रशंसा करते हैं।
डॉ. नाइक ने कहा धन और आर्थिक सहायता मृतक के जाने की भरपाई नहीं कर सकता। डॉ. अशरफ की मरीजों का उपचार करते हुए कोरोना संक्रमण होने से मौत हो गयी थी। लेकिन सरकार को उनके बच्चे के लिए एमबीबीएस कोर्स के लिए आधिकारिक रूप से आगे आने चाहिए और यही उनकी शहादत पर श्रद्धांजलि के रूप में सच्ची सेवा होगी। डॉक्टरों ने उपराज्यपाल सिन्हा से आग्रह किया कि वह डॉ. अशरफ के बच्चे के लिए एमबीबीएस सीट के प्रबंध कर इसकी सिफारिश करें ताकि उनका बच्चा अपने पिता की नेक काम को जारी रख सके।