नई दिल्ली। सुशील कुमार के बाद एक और इंडियन पहलवान ने देश का नाम शर्मसार कर दिया है। Olympic टिकट हासिल करने वाले भारतीय पहलवान सुमित मलिक को बुल्गारिया में हाल ही में क्वालीफायर के दौरान Dop Test में विफल रहने के बाद अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। Tokyo खेलों के शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले यह देश के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी का सबब है। कुछ दिन पहले 2 बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार अपने ही शिष्य सागर राणा हत्याकांड में फंसे थे। खास यह है कि सुशील की तरह सुमित मलिक का भी छत्रसाल स्टेडियम से गहरा रिश्ता है।
यह लगातार दूसरा ओलंपिक है, जब खेलों के शुरू होने से कुछ दिन पहले डोपिंग का मामला मिला है।इससे पहले 2016 रियो ओलंपिक से कुछ सप्ताह पूर्व नरसिंह पंचम यादव भी Dopingजांच में फेल हो गये थे और उन पर 4 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था। सुमित ने पिछले महीने ही टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। गोल्ड कोस्ट कॉमनेवल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट 28 साल के सुमित ने पहली बार ओलंपिक का टिकट कटाया था। हालांकि, वह बुल्गारिया में क्वालिफायर के दौरान डोप परीक्षण में विफल रहे।इसके बाद उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
टोक्यो खेलों के शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले यह देश के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी का सबब है।यह लगातार दूसरा ओलंपिक है जब खेलों के शुरू होने से कुछ दिन पहले डोपिंग का मामला मिला है।इससे पहले 2016 रियो ओलंपिक से कुछ सप्ताह पूर्व नरसिंह पंचम यादव भी डोपिंग जांच में फेल हो गए।उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था। भारतीय कुश्ती संघ (WFI) ने ANI समाचार एजेंसी को बताया कि UWW ने कल भारतीय कुश्ती महासंघ को सूचित किया कि सुमित डोप टेस्ट में विफल हो गया है।अब उन्हें 10 जून को अपना ‘B’ नमूना देना है।मलिक घुटने की चोट से जूझ रहे हैं। उन्हे ये चोट ओलंपिक क्वालिफायर शुरू होने से पहले राष्ट्रीय शिविर के दौरान लगी थी। WFI ने बताया कि 'सुमित ने चोट के इलाज के दौरान अनजाने में कुछ लिया होगा।वह अपने चोटिल घुटने के इलाज के लिए कोई आयुर्वेदिक दवा ले रहे थे।उसमें कुछ प्रतिबंधित पदार्थ हो सकते थे।