भिवानी। शूटर दादी प्रकाशी तोमर ने आज कहा कि दुनिया कहां की कहां पहुंच चुकी है, आज सोच, खयाल और माहौल बदलना होगा। यहां आदर्श कालेज में आयोजित बास्केटवाल प्रतियोगिता में अतिथि के तौर पर पहुंचीं शूटर दादी ने कहा कि जमाने के साथ बदलना होगा, बेटियों को खूब पढ़ाना होगा व खेलों में हिस्सा लेने को भी बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और इन्हें रोकने के लिए कड़े कानून की जरूरत है।
उन्होंने हैदराबाद में कुछ माह पहले एक युवती की बलात्कार के बाद हत्या के आरोपियों के एन्काऊंटर का जिक्र करते हुए कहा कि यह दूसरे लोगों के लिए सबक है और इस प्रकार की घटनाओं का ऐसा ही बदला लिया जाना चाहिए। इसीके साथ लड़कियों को आजादी देने का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी बेटियों को आजादी भी देनी होती ताकि उनका नजरिया बदल सके। उन्होंने कहा, ‘‘आज दुनिया कहां से कहां पहुंच चुकी है। हमें सोच, खयाल व माहौल बदलने की जरूरत है।‘‘
अपने बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें कभी भी यह अंदाजा नहीं था कि एक दिन उनका खेल उनका नाम पूरी दुनिया में पहुंचा देगा। उन्होंने कहा कि आज खुशी होती है, जो मेहनत उन्होंने तथा उनकी जेठानी ने की थी, वह सफल हो गई। शूटर दादियों के रूप में चर्चित प्रकाशी तोमर और उनकी जेठानी चंद्रो तोमर पर बनी फिल्म ‘सांड की आंख‘ पिछले साल ही प्रदर्शित हुई थी।